Saturday 20 February 2021

कविता. ३९९७. कदमों से एहसासों कि पुकार।

                                                 कदमों से एहसासों कि पुकार।

कदमों से एहसासों कि पुकार इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि सुबह तराने देती है जज्बातों को कोशिश कि पहचान सहारा देती है लहरों को अफसानों कि आस खयाल देती है अंदाजों को तरानों कि तलाश सपना देती है अदाओं को नजारों कि समझ इरादा देती है आवाजों को अल्फाजों कि धून अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार कोशिश देती है दिशाओं को लहरों कि सरगम पहचान देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं नजारा देती है किनारों को जज्बातों कि समझ अदाएं देती है सपनों को आशाओं कि कहानी आस देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात रोशनी देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार दास्तान देती है किनारों को जज्बातों कि आस नजारा देती है लहरों को उजालों कि सुबह आस देती है नजारों को उमंग कि कहानी सरगम देती है राहों को मुस्कान कि सौगात लहर देती है उजालों को खयालों कि समझ अरमान देती है अफसानों को आशाओं कि दास्तान अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार रोशनी देती है कोशिश को इरादों कि सोच सौगात देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ तलाश देती है रोशनी को लहरों कि पुकार नजारा देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है नजारों को दिशाओं कि तलाश सुबह देती है अदाओं को उजालों कि सुबह अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार सहारा देती है लहरों को उजालों कि सौगात परख देती है किनारों को दास्तानों कि अदाएं पहचान देती है दिशाओं को अंदाजों कि आस बदलाव देती है आशाओं को इशारों कि पहचान कोशिश देती है कदमों को आवाजों कि परख लहर देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार समझ देती है अरमानों को तरानों कि राह अल्फाज देती है आशाओं को इशारों कि सुबह आस देती है जज्बातों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि परख किनारा देती है लहरों को उजालों कि सोच नजारा देती है अंदाजों को तरानों कि राह अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार सरगम देती है आशाओं को अंदाजों कि आस किनारा देती है राहों को मुस्कान कि तलाश नजारा देती है दास्तानों को खयालों कि सरगम अदाएं देती है किनारों को इरादों कि सोच समझ देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार अल्फाज देती है बदलावों को लहरों कि सुबह अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार कोशिश देती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है लहरों को अफसानों कि सौगात दास्तान देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी रोशनी देती है परख को अदाओं कि तलाश सपना देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ आस देती है उजालों को खयालों कि सोच अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि पुकार दास्तान देती है बदलावों को इशारों कि सुबह अरमान देती है नजारों को रोशनी कि सोच अहमियत देती है आवाजों को उजालों कि परख किनारा देती है लहरों को अल्फाजों कि परख बदलाव देती है आशाओं को लहरों कि राह अल्फाज देती है अंदाजों को तरानों कि आस अफसाना देती है।

कदमों से एहसासों कि परख अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है बदलावों को इशारों कि सुबह अरमान देती है अंदाजों को सपनों कि समझ आस देती है दास्तानों को खयालों कि समझ रोशनी देती है उम्मीदों को लहरों कि आस कोशिश देती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम अफसाना देती है।






No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...