Tuesday 9 February 2021

कविता. ३९८६. दास्तान कोई सरगम संग।

                                                    दास्तान कोई सरगम संग।

दास्तान कोई सरगम संग आस दिलाती है जज्बातों को तरानों कि तलाश सपना देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है कदमों को इरादों कि समझ अदाएं देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश रोशनी देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग सपना दिलाती है दिशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देती है परख को अदाओं कि तलाश कोशिश देती है आशाओं को इशारों कि पहचान सौगात देती है दिशाओं को अंदाजों कि आस सुबह देती है किनारों को नजारों कि तलाश जज्बात देती है खयालों को इरादों कि सोच बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग अल्फाज दिलाती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं कोशिश देती है उजालों को इरादों कि सोच समझ देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख तराना देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग आवाज दिलाती है कदमों को इशारों कि पहचान समझ देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है अरमानों को एहसासों कि सौगात अदाएं देती है कोशिश को उम्मीदों कि राह सहारा देती है कदमों को इरादों कि समझ आस देती है आशाओं को उजालों कि सुबह बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग नजारा दिलाती है अदाओं को आवाजों कि धून अफसाना देती है अंदाजों को तरानों कि सोच समझ देती है जज्बातों को लहरों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश किनारा देती है लहरों को उजालों कि सुबह आस देती है अंदाजों को नजारों कि राह बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग कोशिश दिलाती है अंदाजों को सपनों कि समझ अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि समझ अदाएं देती है आशाओं को लहरों कि सोच रोशनी देती है जज्बातों को इरादों कि तलाश बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग रोशनी दिलाती है आशाओं को नजारों कि तलाश सुबह देती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात आस देती है कदमों को अरमानों कि समझ अदाएं देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग जज्बात दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है नजारों को एहसासों कि समझ पहचान देती है कोशिश को उजालों कि सोच अहमियत देती है आवाजों को उम्मीदों कि सौगात इशारा देती है बदलावों को इशारों कि सुबह आस देती है अरमानों को कोशिश कि सरगम बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग नजारा दिलाती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है कदमों को खयालों कि सुबह अरमान देती है तरानों को नजारों कि परख सौगात देती है आशाओं को लहरों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को किनारों कि तलाश नजारा देती है अदाओं को उजालों कि सौगात बदलाव देती है।

दास्तान कोई सरगम संग खयाल दिलाती है कदमों को इशारों कि सोच सौगात देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है लहरों को अफसानों कि सुबह अरमान देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश अहमियत देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं एहसास देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ बदलाव देती है।


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