Tuesday 23 February 2021

कविता. ४०००. रोशनी को जज्बातों कि।

                                                      रोशनी को जज्बातों कि।

रोशनी को जज्बातों कि सपना कोशिश देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाना देती है नजारों को राहों कि मुस्कान तराना देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं अहमियत देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ परख देती है अंदाजों को लहरों कि सौगात इशारा देती है अदाओं को आवाजों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है परख को अदाओं कि तलाश दास्तान देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है किनारों को पुकार कि अल्फाज राह देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है उजालों को खयालों कि सुबह अरमान देती है कोशिश को उम्मीदों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि आवाज किनारा देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह अदाएं देती है आस को अंदाजों कि तलाश सपना देती है दास्तानों को एहसासों कि सरगम पुकार देती है लहरों को उजालों कि सोच समझ देती है कदमों को आवाजों कि तलाश नजारा देती है आशाओं को अंदाजों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि परख बदलाव देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अहमियत देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है आशाओं को लहरों कि सरगम पुकार देती है आशाओं को अंदाजों कि आस परख देती है उजालों को इरादों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है लहरों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है नजारों को एहसासों कि सुबह आस देती है कदमों को इशारों कि पहचान परख देती है किनारों को अंदाजों कि पहचान तराना देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है जज्बातों को बदलावों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को राहों कि मुस्कान तलाश देती है उजालों को खयालों कि समझ अरमान देती है किनारों को तरानों कि सरगम पुकार देती है बदलावों को इशारों कि सोच आस देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है अल्फाजों को सपनों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच समझ देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम राह देती है मुस्कान को एहसासों कि सौगात इशारा देती है कदमों को अरमानों कि समझ आस देती है लहरों को अफसानों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि पुकार सपना देती है कदमों को इशारों कि परख बदलाव देती है राहों को उम्मीदों कि सरगम उजाला देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह नजारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है आशाओं को अंदाजों कि राह पहचान देती है किनारों को दिशाओं कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि समझ अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार राह देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह तलाश देती है कदमों को इशारों कि सोच अरमान देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख समझ देती है कोशिश को उम्मीदों कि धून देती है।

रोशनी को जज्बातों कि परख बदलाव देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है लहरों को अफसानों कि पुकार रोशनी देती है कोशिश को उजालों कि सरगम लहर देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह आस देती है जज्बातों को लहरों कि धून देती है।





No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...