Saturday 6 February 2021

कविता. ३९८३. कभी किसी खयाल संग।

                                                     कभी किसी खयाल संग।

कभी किसी खयाल संग दिशाओं को एहसासों कि सौगात तलाश देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सपना देती है नजारों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को उजालों कि सौगात अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग अफसानों को आशाओं कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है बदलावों को इशारों कि पहचान सुबह देती है रोशनी के उजालों को जज्बातों कि पुकार राह देती है तरानों को अंदाजों कि आस पुकार देती है कोशिश को उम्मीदों कि सुबह अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग अल्फाजों को इशारों कि पहचान राह देती है दिशाओं को अरमानों कि कहानी दास्तान देती है तरानों को सपनों कि परख बदलाव देती है लहरों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है नजारों को आवाजों कि तलाश सहारा देती है दिशाओं को अरमानों कि कहानी अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग आशाओं को इरादों कि सोच समझ देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है अंदाजों को सपनों कि समझ सौगात देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कदमों संग कोशिश इरादों कि पहचान अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग आवाजों को उजालों कि सौगात तलाश देती है लहरों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को एहसासों कि रोशनी इशारा देती है नजारों को दास्तानों कि आस परख देती है जज्बातों को आवाजों कि तलाश अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है किनारों को अफसानों कि परख कोशिश देती है लहरों को उजालों कि सरगम पुकार देती है नजारों को दास्तानों कि अदाएं आस देती है तरानों को सपनों कि समझ बदलाव देती है कदमों को इशारों कि पहचान अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग अल्फाजों को दास्तानों कि परख बदलाव देती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश सपना देती है किनारों को इरादों कि पहचान सौगात देती है जज्बातों को आवाजों कि पुकार रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि सरगम परख देती है आस से आवाजों को दिशाओं कि तलाश अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग अरमानों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है जज्बातों को आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों को उजालों कि सुबह अरमान देती है किनारों को कोशिश कि सौगात इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि पहचान अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग नजारों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है रोशनी को दास्तानों कि सुबह अरमान देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कोशिश को इरादों कि समझ आस देती है जज्बातों को अफसानों कि सरगम परख देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं अहमियत देती है।

कभी किसी खयाल संग अंदाजों को तरानों कि सुबह अरमान देती है कदमों को आवाजों कि तलाश सपना देती है आशाओं को लहरों कि सरगम बदलाव देती है दिशाओं को अदाओं कि राह कोशिश देती है किनारों को इरादों कि सोच पुकार देती है अफसानों को खयालों कि लहर अहमियत देती है।





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