Thursday 15 April 2021

कविता. ४०५१. जज्बातों के मुस्कान से जुडकर।

                                                   जज्बातों के मुस्कान से जुडकर।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर रोशनी सहारा देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है अंदाजों को बदलावों कि तलाश सपना देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सरगम देती है अदाओं को नजारों कि सोच अरमान देती है उमंग को अल्फाजों कि सौगात इशारा देती है आशाओं को राहों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर आस सरगम देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ दास्तान देती है किनारों को आवाजों कि धून अफसाना देती है एहसासों को लम्हों कि परख बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि सौगात नजारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है अंदाजों को उजालों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर राह अरमान देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह तराना देती है कदमों को इशारों कि सुबह अफसाना देती है नजारों को किनारों कि तलाश अहमियत देती है तरानों को सपनों कि राह अल्फाज देती है दिशाओं को लहरों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को उम्मीदों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर समझ सौगात देती है राहों को किनारों कि सोच अरमान देती है दास्तानों को खयालों कि सोच अरमान देती है अंदाजों को उजालों कि सुबह आवाज देती है इशारों को किनारों कि तलाश सरगम देती है आवाजों को अदाओं कि तलाश सपना देती है एहसासों को दिशाओं कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर सरगम पुकार देती है खयालों को इरादों कि समझ अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है दास्तानों को अदाओं कि राह अरमान देती है इरादों को एहसासों कि समझ लम्हा देती है कदमों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को इशारों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर दास्तान नजारा देती है लहरों को अफसानों कि परख आस देती है कदमों को अरमानों कि सुबह तराना देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है लहरों को उजालों कि सोच बदलाव देती है आशाओं को लहरों कि सरगम आवाज देती है अदाओं को नजारों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर सुबह किनारा देती है अदाओं को नजारों कि सोच बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश देती है तरानों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है अदाओं को आवाजों कि धून सरगम देती है उजालों को दिशाओं कि सुबह सोच देती है दास्तानों को एहसासों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर आस पहचान देती है किनारों को आशाओं कि कहानी परख देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सपना देती है लहरों को अफसानों कि पुकार कोशिश देती है लहरों को उजालों कि सुबह नजारा देती है कदमों को इशारों कि सुबह अहमियत देती है लहरों को अल्फाजों कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर रोशनी अदाएं देती है कदमों को इशारों कि सोच अफसाना देती है किनारों को इरादों कि परख बदलाव देती है नजारों को एहसासों कि सौगात आवाज देती है रोशनी को दास्तानों कि अदाएं अरमान देती है आवाजों को उजालों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को आशाओं कि धाराएं देती है।

जज्बातों के मुस्कान से जुडकर सरगम पुकार देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश नजारा देती है कोशिश को उजालों कि सोच पहचान देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ पुकार देती है तरानों को सपनों कि समझ आस देती है किनारों को इरादों कि सौगात उमंग देती है आवाजों को एहसासों कि धाराएं देती है।






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