Sunday 25 April 2021

कविता. ४०६१. खयालों को उमंग कि।

                                                        खयालों को उमंग कि।

खयालों को उमंग कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है अदाओं से जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है आशाओं को किनारों से जुडकर अरमान देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात तलाश देती है कदमों कि आहट अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि समझ अदाएं देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है दास्तानों से आवाजों कि कोशिश सुबह देती है राहों को मुस्कान से जुडकर अफसाना देती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी परख देती है कदमों को अरमानों कि सुबह अहमियत देती है दिशाओं कि धाराएं अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि सौगात तलाश देती है राहों को आवाजों कि धून अफसाना देती है तरानों से आशाओं कि कहानी पहचान देती है लहरों को रोशनी से जुडकर आस देती है अदाओं को नजारों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को अल्फाजों कि कोशिश नजारा देती है जज्बातों कि पहचान अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि परख बदलाव देती है तरानों को सपनों कि समझ अदाएं देती है नजारों से आवाजों कि धून एहसास देती है दास्तानों को जज्बातों से जुडकर पुकार देती है उजालों को इरादों कि सोच सरगम देती है किनारों को आशाओं कि पहचान सौगात देती है उम्मीदों कि सरगम अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है आशाओं से उजालों कि कोशिश सहारा देती है कदमों को अरमानों से जुडकर रोशनी देती है किनारों को अंदाजों कि समझ अदाएं देती है नजारों को एहसासों कि समझ पहचान देती है कदमों कि आहट अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि समझ सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है कदमों से उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को अंदाजों से जुडकर एहसास देती है लहरों को इशारों कि सुबह अहमियत देती है जज्बातों को तरानों कि पहचान सौगात देती है अरमानों कि तलाश अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि पुकार कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि कहानी समझ देती है दिशाओं से उजालों कि सुबह आस देती है आशाओं को लहरों से जुडकर अदाएं देती है रोशनी को बदलावों कि पहचान सहारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है लहरों कि कोशिश अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि रोशनी इशारा देती है लहरों को उजालों कि सोच अहमियत देती है नजारों से आवाजों कि धून अफसाना देती है एहसासों को दिशाओं से जुडकर आस देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ आस देती है किनारों को इरादों कि परख बदलाव देती है उम्मीदों कि परख अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि सरगम पुकार देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है अंदाजों से दास्तानों कि सोच सौगात देती है किनारों को जज्बातों से जुडकर अदाएं देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं कोशिश देती है दिशाओं को अंदाजों कि समझ सरगम देती है नजारों कि परख अल्फाज देती है।

खयालों को उमंग कि कहानी समझ देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार राह देती है कदमों से उजालों कि सुबह आस देती है अंदाजों को बदलावों से जुडकर रोशनी देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है दास्तानों कि सरगम अल्फाज देती है।




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