Friday 23 April 2021

कविता. ४०५९. इशारों कि सुबह संग।

                                                        इशारों कि सुबह संग।

इशारों कि सुबह संग अफसाना देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को दास्तानों कि अदाएं आस देती है तरानों को बदलावों कि सरगम सौगात देती है लहरों को अफसानों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग रोशनी देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सपना देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है रोशनी को लहरों कि समझ आस देती है किनारों को आवाजों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग अल्फाज देती है कदमों को अरमानों कि समझ अदाएं देती है कोशिश को उम्मीदों कि पहचान सौगात देती है दिशाओं को दास्तानों कि आस दास्तान देती है किनारों को आशाओं कि कहानी तराना देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं राह देती है उम्मीदों को कोशिश कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग राह देती है किनारों को अंदाजों कि आस पुकार देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है एहसासों को लम्हों कि बदलाव अदाएं देती है तरानों को सपनों कि पहचान सौगात देती है कोशिश को उम्मीदों कि सुबह अरमान देती है आशाओं से मिलकर को अंदाजों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग खयाल देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है किनारों को आशाओं कि परख जज्बात देती है लहरों को अफसानों कि पुकार उमंग देती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच दास्तान देती है तरानों को बदलावों कि पहचान सौगात देती है रोशनी को नजारों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग किनारा देती है दास्तानों को अदाओं कि तलाश सपना देती है नजारों को एहसासों कि राह अरमान देती है कदमों को अल्फाजों कि सौगात बदलाव देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है लहरों को उजालों कि सुबह तराना देती है अदाओं को उजालों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग सपना देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सहारा देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून एहसास देती है दास्तानों को खयालों कि पहचान सौगात देती है किनारों को इरादों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग अरमान देती है दिशाओं को दास्तानों कि अदाएं पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि सौगात तराना देती है लहरों को उजालों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है उम्मीदों को आवाजों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग सरगम देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं परख देती है लहरों को दिशाओं कि आस पहचान देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार नजारा देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अदाएं देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी आस देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ देती है।

इशारों कि सुबह संग नजारा देती है अदाओं को नजारों कि सोच पहचान देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सपना देती है उमंग को आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है आवाजों को उजालों कि समझ देती है।


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