Thursday 1 July 2021

कविता. ४१२८. राहों मे अक्सर उजालों कि।

                                                    राहों मे अक्सर उजालों कि।

राहों मे अक्सर उजालों कि सरगम मिलती है एहसासों को लम्हों संग अरमानों कि महफिल उमंग देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आस दिलाती है तरानों को सपनों कि कोशिश अल्फाज देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है आशाओं से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि अरमान जगाती है रोशनी को जज्बातों संग अंदाजों कि समझ अदाएं देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाना दिलाती है किनारों को आशाओं कि कहानी सरगम देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख रोशनी देती है लहरों को अफसानों कि रोशनी बदलाव देती है लहरों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि सौगात जगाती है सुबह को दिशाओं संग लम्हों कि सोच मुस्कान देती है किनारों को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि परख बदलाव देती है तरानों को सपनों कि कहानी कोशिश देती है कदमों को अरमानों कि सुबह अहमियत देती है किनारों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि परख मिलती है आशाओं को अंदाजों संग अफसानों कि सौगात इशारा देती है तरानों को सपनों कि राह आस दिलाती है किनारों को इरादों कि सोच अहमियत देती है नजारों को एहसासों कि आवाज किनारा देती है दिशाओं को दास्तानों कि अदाएं परख देती है लहरों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि अफसाना जगाती है अदाओं को नजारों संग आवाजों कि धून एहसास देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम कोशिश दिलाती है दिशाओं को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी तराना देती है इशारों को आवाजों कि तलाश सपना देती है रोशनी से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि सुबह जगाती है अंदाजों को अल्फाजों संग मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है लहरों को अफसानों कि परख रोशनी दिलाती है नजारों को एहसासों कि कोशिश तराना देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ अदाएं देती है अदाओं को इशारों कि पहचान सौगात देती है बदलावों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि सोच मिलती है तरानों को बदलावों संग कोशिश कि आस पहचान देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सपना दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ नजारा देती है किनारों को इरादों कि परख बदलाव देती है खयालों को उम्मीदों कि आस दास्तान देती है लहरों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि कोशिश जगाती है रोशनी को दास्तानों संग सरगम कि लहर किनारा देती है आशाओं को इशारों कि सुबह जज्बात दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है दिशाओं को तरानों कि तलाश सपना देती है कदमों को इरादों कि सोच अरमान देती है किनारों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि सरगम मिलती है अदाओं को नजारों संग आवाजों कि धून एहसास देती है किनारों को इरादों कि पहचान सौगात दिलाती है रोशनी को तरानों कि तलाश सपना देती है किनारों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह उमंग देती है लहरों से पुकार देती है।

राहों मे अक्सर उजालों कि तलाश मिलती है जज्बातों को इरादों संग लहरों कि बदलाव आस देती है कोशिश को खयालों कि सुबह नजारा दिलाती है एहसासों को लम्हों कि कहानी अल्फाज देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है किनारों को इरादों कि सोच आस देती है कदमों से पुकार देती है।

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