Saturday 3 July 2021

कविता. ४१३०. सपनों संग किनारों कि सौगात।

                                                   सपनों संग किनारों कि सौगात।

सपनों संग किनारों कि सौगात इशारा देती है आवाजों से जुडकर आस पहचान देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम परख देती है आशाओं को लहरों कि पहचान नजारा देती है लहरों को अफसानों कि रोशनी कोशिश देती है कदमों संग राहों कि सरगम तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात अफसाना देती है लहरों से मिलकर परख अरमान देती है कदमों को इशारों कि तराना रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि उमंग रोशनी देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं अल्फाज देती है उमंग को कदमों कि आहट इशारा देती है आशाओं संग दिशाओं कि कहानी तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात इरादा देती है इशारों से जुडकर रोशनी सपना देती है जज्बातों को अदाओं कि परख बदलाव देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है किनारों को इरादों कि सोच सरगम देती है इशारों को खयालों कि सुबह अरमान देती है लहरों संग अदाओं कि बदलाव तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात नजारा देती है आशाओं से मिलकर पुकार नजारा देती है अदाओं को उजालों कि सोच अहमियत देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख जज्बात देती है लहरों को अफसानों कि उमंग रोशनी देती है खयालों संग आवाजों कि धून तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात परख देती है दिशाओं से जुडकर अरमान कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह आस देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत देती है नजारों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है नजारों को राहों कि मुस्कान तराना देती है नजारों संग जज्बातों कि सौगात तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात आस देती है कदमों से मिलकर परख अफसाना देती है तरानों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को दास्तानों कि अदाएं पुकार देती है उमंग को अफसानों कि लहर कोशिश देती है इशारों को खयालों कि सुबह किनारा देती है इरादों संग अंदाजों कि समझ तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात जज्बात देती है राहों से जुडकर रोशनी उजाला देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं नजारा देती है लहरों को उजालों कि सुबह तराना देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ एहसास देती है लम्हों संग आवाजों कि धून तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात पुकार देती है आशाओं से मिलकर परख सहारा देती है कदमों को इशारों कि सोच समझ देती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम पुकार देती है इरादों को अफसानों कि परख कोशिश देती है लहरों को उजालों कि सुबह उमंग देती है जज्बातों संग अफसानों कि सोच तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात पहचान देती है जज्बातों से जुडकर आस तराना देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम एहसास देती है इशारों को खयालों कि सुबह मुस्कान देती है अरमानों को एहसासों कि रोशनी इशारा देती है आशाओं को अंदाजों कि आस पहचान देती है अदाओं संग जज्बातों कि राह तलाश देती है।

सपनों संग किनारों कि सौगात कोशिश देती है आवाजों से मिलकर परख अफसाना देती है अल्फाजों को इशारों कि सोच अरमान देती है तरानों को कदमों कि आहट आस देती है लहरों को उजालों कि समझ पहचान देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम परख देती है नजारों संग आशाओं कि सरगम तलाश देती है।

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