Friday 23 July 2021

कविता. ४१५०. अफसानों को तरानों कि सुबह।

                                                 अफसानों को तरानों कि सुबह।

अफसानों को तरानों कि सुबह इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश देती है दिशाओं से मिलकर तलाश देती है किनारों को आशाओं कि सरगम पुकार देती है कदमों को इरादों कि सोच परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि राह बदलाव देती है दास्तानों को खयालों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह आस देती है किनारों को इरादों कि रोशनी इशारा देती है कदमों से जुडकर रोशनी सपना देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख खयाल देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है अल्फाजों को इशारों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह अरमान देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है किनारों से मिलकर अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों कि राह तलाश देती है उजालों को आशाओं कि रोशनी सपना देती है नजारों को लहरों कि सरगम परख देती है तरानों को सपनों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह आवाज देती है दिशाओं को अरमानों कि लहर किनारा देती है आशाओं से जुडकर अदाएं देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ रोशनी देती है दास्तानों को खयालों कि समझ रोशनी देती है उमंग को अंदाजों कि आस अहमियत देती है उम्मीदों को अंदाजों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह सरगम देती है लहरों को उजालों कि सोच कोशिश देती है इरादों से मिलकर परख देती है कदमों को अरमानों कि पहचान नजारा देती है जज्बातों संग राहों को आवाजों कि धून बदलाव देती है उम्मीद को सपनों कि कहानी किनारा देती है एहसासों को लम्हों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह नजारा देती है कदमों को इशारों कि पहचान सरगम देती है दास्तानों से जुडकर आस देती है उम्मीदों को किनारों कि तलाश सपना देती है अदाओं संग कोशिश को उजालों कि सोच पुकार देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह तलाश देती है उमंग को अल्फाजों कि समझ सपना देती है दिशाओं से मिलकर परख देती है खयालों को इरादों कि सोच पुकार देती है आवाजों संग उम्मीदों को सपनों कि सरगम तलाश देती है किनारों को जज्बातों कि पहचान रोशनी देती है आशाओं को अंदाजों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह कोशिश देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है खयालों से जुडकर रोशनी देती है किनारों को अरमानों कि परख बदलाव देती है इरादों को एहसासों कि सोच सहारा देती है अदाओं को नजारों कि सरगम पुकार देती है इशारों को किनारों कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह सपना देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ अल्फाज देती है कदमों से मिलकर आस देती है रोशनी को जज्बातों कि रोशनी उमंग देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ अहमियत देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख तलाश देती है अरमानों को उमंग कि सौगात देती है।

अफसानों को तरानों कि सुबह सोच देती है दिशाओं को दास्तानों कि कहानी अरमान देती है लहरों से जुडकर खयाल देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है आवाजों को उजालों कि सोच पहचान देती है कदमों को अरमानों कि कहानी अल्फाज देती है बदलावों को जज्बातों कि सौगात देती है।


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