Monday 12 July 2021

कविता. ४१३९. जज्बात कि एक लहर।

                                                       जज्बात कि एक लहर।

जज्बात कि एक लहर मुस्कान सुहानी देती है दास्तानों को एहसासों कि कहानी देती है रोशनी को कदमों कि आहट अफसाना देती है दिशाओं से अरमानों कि सुबह अहमियत देती है नजारों से आवाजों कि धून अदाएं देती है किनारों से जुडकर आस कोशिश देती है अंदाजों से जुडकर रोशनी पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर सोच सुहानी देती है कदमों को इशारों कि सौगात तलाश देती है किनारों को इरादों कि सुबह समझ देती है आशाओं से अफसानों कि परख बदलाव देती है लहरों से अफसानों कि सौगात इशारा देती है आवाजों से मिलकर पुकार अरमान देती है दिशाओं से जुडकर अल्फाज पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर कोशिश सुहानी देती है किनारों को आशाओं कि सुबह देती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात बदलाव देती है दास्तानों से अंदाजों कि आस पुकार देती है कदमों से आवाजों कि धून अफसाना देती है नजारों से जुडकर रोशनी सरगम देती है किनारों से जुडकर आस पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर तलाश सुहानी देती है नजारों को खयालों कि समझ देती है कदमों को इशारों कि पहचान तराना देती है लहरों से अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है किनारों से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है बदलावों से मिलकर आस दास्तान देती है तरानों से जुडकर रोशनी पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर किनारा सुहानी देती है दिशाओं को अरमानों कि परख देती है उजालों को दास्तानों कि अदाएं आस देती है कदमों से खयालों कि सरगम पुकार देती है कोशिश से अंदाजों कि समझ रोशनी देती है दास्तानों से जुडकर कोशिश परख देती है कदमों से जुडकर सौगात पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर नजारा सुहानी देती है उजालों को तरानों कि राह देती है किनारों को इरादों कि पुकार रोशनी देती है दिशाओं से आवाजों कि कहानी अरमान देती है नजारों से अल्फाजों कि सौगात सपना देती है कोशिश से मिलकर सरगम सुबह देती है दास्तानों से जुडकर बदलाव पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर सौगात सुहानी देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ देती है तरानों को सपनों कि परख किनारा देती है कोशिश से आशाओं कि समझ अदाएं देती है रोशनी से आवाजों कि धून अफसाना देती है कदमों से जुडकर आस तलाश देती है अरमानों से जुडकर उमंग पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर सरगम सुहानी देती‌ है राहों को उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को लम्हों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों से अंदाजों कि आस तराना देती है अदाओं से लहरों कि सोच अरमान देती है रोशनी से मिलकर परख कोशिश देती है किनारों से जुडकर आस पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर पुकार सुहानी देती है रोशनी को लहरों कि सरगम परख देती है खयालों को इरादों कि सोच अहमियत देती है नजारों से आवाजों कि धून इशारा देती है अफसानों से अदाओं कि कहानी सहारा देती है कोशिश से जुडकर आस खयाल देती है कदमों से जुडकर अरमान पहचान देती है।

जज्बात कि एक लहर सरगम सुहानी देती है किनारों को इरादों कि तलाश नजारा देती है अदाओं को उजालों कि सौगात तराना देती है कदमों से आशाओं कि कोशिश उमंग देती है बदलावों से आवाजों कि सोच समझ देती है राहों से मिलकर समझ अरमान देती है दास्तानों से जुडकर सुबह पहचान देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...