Tuesday 13 July 2021

कविता. ४१४०. एहसासों के झरोखों से कुछ।

                                                   एहसासों के झरोखों से कुछ।

एहसासों के झरोखों से कुछ आवाज अलगसी आती है मन के एक कोने को आस सुहानी दे जाती है दिशाओं के किनारों से लहर सुहानी निकलती है आशाओं को अरमानों कि रोशनी इशारा देकर चलती है राहों को अफसानों कि सोच सहारा देती है अदाओं को नजारों कि तलाश धाराएं देती है उजालों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ सोच अलगसी आती है तरानों के एक इशारे को समझ सुहानी दे जाती है जज्बातों के उम्मीदों से सुबह कि सरगम सुनाई पडती है कोशिश को इरादों कि सोच अल्फाज लेकर आगे जाती है कदमों को आवाजों कि धून किनारा देती है नजारों को जज्बातों कि मुस्कान सपना देती है इरादों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ उमंग अलगसी आती है राहों के एक तराने को पुकार सुहानी दे जाती है कदमों के आशाओं से पहचान कि सोच मिलती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देकर जाती है जज्बातों को इरादों कि समझ तराना देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम सौगात देती है अंदाजों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ समझ अलगसी आती है कदमों के एक सहारे को पहचान सुहानी दे जाती है आवाजों के खयालों से परख कि अदाएं सुनाई पडती है इशारों को तरानों कि सोच समझ देकर चलती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है लहरों को उजालों कि सुबह पुकार देती है लहरों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ आस अलगसी आती है उम्मीदों के एक नजारे को सौगात सुहानी दे जाती है अंदाजों के उम्मीदों से पुकार कि सुबह निकलती है आवाजों कि धून अहमियत देकर जाती है कदमों को अरमानों कि सोच अफसाना देती है दास्तानों को खयालों कि समझ अदाएं देती है आशाओं कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ उम्मीद अलगसी आती है किनारों के एक इशारे को पुकार सुहानी दे जाती है इरादों के अल्फाजों से आस कि पहचान सुनाई पडती है राहों कि मुस्कान सौगात देकर चलती है आवाजों को उम्मीदों कि सरगम उमंग देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह रोशनी देती है कदमों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ सौगात अलगसी आती है लहरों के एक आस को दास्तान सुहानी दे जाती है कदमों के आशाओं से परख कि सरगम निकलती है उजालों कि समझ अफसाना लेकर आगे चलती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है किनारों को इरादों कि सोच सहारा देती है अदाओं कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ उम्मीद अलगसी आती है तरानों के एक खयाल को सौगात सुहानी दे जाती है जज्बातों के अंदाजों कि समझ सुनाई पडती है इशारों कि पहचान तराना लेकर आगे चलती है आशाओं को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ नजारा देती है दिशाओं कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ आवाज अलगसी आती है राहों के एक पुकार को सरगम सुहानी दे जाती है किनारों के लहरों से अफसानों कि सौगात सुनाई पडती है अंदाजों कि समझ सहारा देकर आगे चलती है अदाओं को नजारों कि सोच अल्फाज देती है कोशिश को उजालों कि सौगात पुकार देती है दास्तानों कि तलाश देती है।

एहसासों के झरोखों से कुछ पुकार अलगसी आती है खयालों के एक कोशिश को उम्मीद सुहानी दे जाती है जज्बातों के आवाजों कि धून सुनाई पडती है उजालों कि सुबह अरमान देकर आगे चलती है अफसानों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है किनारों को इरादों कि सुबह अरमान देती है लहरों कि तलाश देती है।

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