Tuesday, 2 April 2019

कविता. २७८८. हर आवाज कि धून।

                                                             हर आवाज कि धून।
हर आवाज कि धून एहसासों को पुकार देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है उमंग को आवाजों कि धून पहचान देती है सरगम को उजालों कि कोशिश तलाश देती है किनारे को लहरों कि परख दिशाएं देती है आस को उम्मीदों कि जरुरत सरगम देती है सुबह को रंगों कि तलाश उम्मीद देती है एहसासों को अदाओं कि तलाश इशारे देती है कदमों को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है।
हर आवाज कि धून अफसानों कि उमंग को तराने देती है खयालों को लहरों कि पुकार सहारे देती है दास्तान को दिशाओं कि उम्मीद परख देती है आशाओं को अफसानों कि उमंग पुकार देती है अल्फाजों को अदाओं कि उमंग तलाश देती है लहरों को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को राहों कि जरुरत इरादे देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को आशाओं कि सौगात इशारे देती है।
हर आवाज कि धून किनारों कि समझ को तलाश देती है पहचान को अफसानों कि खयाल अदाएं देती है अंदाजों को जज्बातों कि उमंग तराने देती है तलाश को एहसासों कि आस तराने देती है दास्तानों को किनारों कि समझ लहर देती है सरगम को खयालों कि सौगात सहारे देती है सुबह को एहसासों कि आस इशारे देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग तराने देती है उम्मीदों को अल्फाजों कि सरगम इशारे देती है।
हर आवाज कि धून इशारों कि उम्मीद को नजारे देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को कदमों कि निशानी एहसास देती है परख को जज्बातों कि उमंग अफसाने देती है पुकार को जज्बातों कि आंधी सहारे देती है अंदाजों को अदाओं कि कोशिश पहचान देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को अदाओं कि रोशनी सहारे देती है तलाश को किनारों कि समझ इशारे देती है।
हर आवाज कि धून पुकार कि रोशनी को उजाले देती है किनारे को लहरों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को अल्फाजों कि आंधी सौगात देती है जज्बात को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को कदमों कि आहट तराने देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग कोशिश देती है दास्तान को जज्बातों कि उम्मीद परख देती है खयालों को अल्फाजों कि समझ तराने देती है परख को जज्बातों कि आंधी इशारे देती है।
हर आवाज कि धून तलाश कि सोच को अफसाने देती है अंदाजों को जज्बातों कि उमंग तराने देती है आवाजों को पुकार कि रोशनी उजाले देती है दास्तान को कदमों कि निशानी परख देती है किनारे को लहरों कि पहचान आशाएं देती है अंदाजों को तलाश कि सरगम पुकार देती है आशाओं को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को जज्बातों कि उमंग सहारे देती है आवाज को पुकार कि राह इशारे देती है।
हर आवाज कि धून आशाओं कि सुबह को एहसास देती है कदमों को अल्फाजों कि पुकार सरगम देती है लहरों को अफसानों कि उम्मीद परख देती है खयालों को लहरों कि पहचान किनारे देती है आवाजों को एहसासों कि आस नजारे देती है अंदाजों को खयालों कि उमंग तराने देती है दास्तानों को लहरों कि आवाज पुकार देती है कदमों को अल्फाजों कि आंधी सौगात देती है जज्बातों को अफसानों कि उम्मीद इशारे देती है।
हर आवाज कि धून रोशनी कि पहचान को उजाले देती है किनारे को लहरों कि आवाज सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि निशानी एहसास देती है परख को जज्बातों कि उमंग तराने देती है तलाश को किनारों कि समझ नजारे देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी उजाले देती है अफसाने को खयालों कि उमंग उम्मीद देती है अदाओं को कदमों कि निशानी आहट देती है आवाजों को एहसासों कि आस इशारे देती है।
हर आवाज कि धून अंदाजों कि रोशनी को परख देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है अफसाने को खयालों कि सौगात तराने देती है तलाश को एहसासों कि कोशिश सरगम देती है किनारों को लहरों कि उमंग पहचान देती है किनारों को आशाओं कि सौगात तराने देती है अंदाजों को अल्फाजों कि पुकार उमंग देती है अंदाजों को अफसानों कि उम्मीद परख देती है आशाओं को दिशाओं कि रोशनी इशारे देती है।
हर आवाज कि धून पुकार कि उजालों को रोशनी देती है अंदाजों को अफसानों कि उम्मीद तराने देती है अल्फाजों को लहरों कि आस नजारे देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है अफसाने को आशाओं कि सौगात तराने देती है तलाश को लहरों कि पहचान किनारे देती है कदमों को जज्बातों कि पहचान सहारे देती है कोशिश को एहसासों कि आस नजारे देती है अंदाजों को अफसानों कि उमंग इशारे देती है।

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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

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