Friday 1 October 2021

कविता. ४२१७ लहरों को अफसानों कि मुस्कान।

                                                    लहरों को अफसानों कि मुस्कान।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान कोशिश दिलाती है कदमों कि आहट से अल्फाजों संग पहचान किनारा देती है जज्बातों को दास्तानों कि सोच अरमान सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है दिशाओं को नजारों कि तलाश सपना दिलाती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान सुबह दिलाती है नजारों कि तलाश से एहसासों संग अहमियत सौगात देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं जज्बात सुनाती है रोशनी को उजालों कि आस अल्फाज देती है अंदाजों को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है जज्बातों को अरमानों कि सरगम इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान तराना दिलाती है धाराओं कि सुबह से आवाजों संग पुकार किनारा देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आस सुनाती है जज्बातों को इरादों कि सोच उमंग देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सरगम इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान उमंग दिलाती है लम्हों कि सोच से किनारों संग आस अहमियत देती है नजारों को एहसासों कि सौगात कोशिश सुनाती है अल्फाजों को खयालों कि सुबह अरमान देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत दिलाती है उम्मीदों को आशाओं कि पहचान इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान उम्मीद दिलाती है जज्बातों कि सुबह से बदलावों संग सोच एहसास देती है किनारों को इरादों कि पहचान परख सुनाती है दिशाओं को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है आवाजों को अंदाजों कि समझ बदलाव दिलाती है लम्हों से आशाओं को उम्मीदों कि सरगम इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान तलाश दिलाती है आशाओं कि कहानी से अंदाजों संग कोशिश सहारा देती है कोशिश को उजालों कि सुबह बदलाव सुनाती है उजालों को इरादों कि सोच खयाल देती है कदमों को अल्फाजों कि सौगात उमंग दिलाती है तरानों से खयालों को इरादों कि सोच इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान सहारा दिलाती है कोशिश कि आस से तरानों संग सोच पहचान देती है नजारों को बदलावों कि धाराएं रोशनी सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि पुकार किनारा देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ उजाला दिलाती है राहों को अंदाजों कि अहमियत इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान नजारा दिलाती है सपनों कि समझ से आवाजों कि धून एहसास देती है किनारों को अंदाजों कि समझ सौगात सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है खयालों को अरमानों कि तलाश सोच दिलाती है अल्फाजों को एहसासों कि सुबह इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान जज्बात दिलाती है उजालों कि सुबह से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है तरानों को सपनों कि सुबह अरमान सुनाती है अदाओं को नजारों कि तलाश बदलाव देती है कदमों को इरादों कि समझ खयाल दिलाती है राहों को आवाजों कि धून इशारा देती है।

लहरों को अफसानों कि मुस्कान परख दिलाती है उम्मीदों कि सरगम से अदाओं कि तलाश नजारा देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ किनारा सुनाती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात मुस्कान दिलाती है दिशाओं को दास्तानों कि पहचान इशारा देती है।



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