Tuesday 12 October 2021

कविता. ४२२८. अंदाजों को इशारों कि पहचान।

                                                   अंदाजों को इशारों कि पहचान।

अंदाजों को इशारों कि पहचान सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश दिलाती है आशाओं से किनारों संग आस पुकार देती है कदमों कि तलाश सपना देती है लम्हों को दिशाओं कि परख बदलाव देती है उम्मीद को उजालों कि सुबह कोशिश देती है आवाजों से एहसासों कि सौगात तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान परख देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत दिलाती है लहरों से अफसानों संग रोशनी नजारा देती है आवाजों कि धून कोशिश देती है तरानों को एहसासों कि सुबह अरमान देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम सपना देती है अदाओं से जज्बातों कि सोच तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान पुकार देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अल्फाज दिलाती है लम्हों से दिशाओं संग आवाज एहसास देती है किनारों कि आस पहचान देती है इशारों को खयालों कि सौगात सहारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि सोच समझ देती है अल्फाजों से इरादों कि समझ तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि सौगात सुबह दिलाती है तरानों से आशाओं संग दास्तान अल्फाज देती है जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना देती है जज्बातों को इरादों कि सोच सौगात देती है राहों से इशारों कि आस तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान सरगम देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच समझ दिलाती है लहरों से अल्फाजों संग परख उमंग देती है नजारों कि तलाश आस देती है लहरों को उजालों कि सुबह अहमियत देती है दास्तानों को खयालों कि मुस्कान कोशिश देती है लम्हों से जज्बातों कि परख तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान सौगात देती है किनारों को जज्बातों कि कोशिश सहारा दिलाती है खयालों से आवाजों संग धून एहसास देती है कदमों कि आहट अफसाना देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं मुस्कान देती है किनारों को इरादों कि सोच सरगम देती है इशारों से आवाजों कि धून तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान आस देती है अदाओं को नजारों कि आवाज उमंग दिलाती है कोशिश से आशाओं संग समझ सपना देती है अरमानों कि सुबह अदाएं देती है दिशाओं को उम्मीदों कि सोच अफसाना देती है अल्फाजों को खयालों कि रोशनी आस देती है लहरों से कदमों कि आहट तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान बदलाव देती है कोशिश को रोशनी कि सौगात सोच दिलाती है जज्बातों से तरानों संग मुस्कान सरगम देती है उजालों कि परख खयाल देती है कदमों को इशारों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार सहारा देती है लम्हों से जज्बातों कि राह तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान अदाएं देती है आस को सपनों कि समझ अफसाना दिलाती है नजारों से आवाजों संग दास्तान अल्फाज देती है किनारों कि आस अरमान देती है खयालों को उमंग कि सोच समझ देती है दिशाओं को उम्मीदों कि सरगम परख देती है एहसासों से इरादों कि समझ तलाश सुनाती है।

अंदाजों को इशारों कि पहचान तराना देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत दिलाती है लहरों से अफसानों संग रोशनी कोशिश देती है इरादों कि सोच एहसास देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ बदलाव देती है राहों को मुस्कान कि सौगात कोशिश देती है अरमानों से दिशाओं कि धाराएं तलाश सुनाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...