Friday 29 October 2021

कविता. ४२४५. दास्तान कि पुकार संग।

                                                          ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌दास्तान कि पुकार संग।

दास्तान कि पुकार संग अरमान जगाती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच समझ दिलाती है राहों को आवाजों कि धून एहसास देती है रोशनी को लहरों कि पहचान सहारा देती है किनारों को इरादों कि परख किनारा देती है खयालों को अंदाजों कि आस पुकार देती है नजारों को एहसासों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग अफसाना जगाती है अदाओं को तरानों कि राह आस दिलाती है कदमों को इशारों कि पहचान परख देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आवाज देती है सपनों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है इशारों को लम्हों कि सोच समझ देती है उजालों को खयालों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग दास्तान जगाती है अंदाजों को नजारों कि कोशिश किनारा दिलाती है लहरों को अफसानों कि सोच सुबह देती है तरानों को बदलावों कि सरगम परख देती है अदाओं को जज्बातों कि उमंग सपना देती है उम्मीदों को राहों कि मुस्कान आवाज देती है राहों को आवाजों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग सोच जगाती है आशाओं को दिशाओं कि धाराएं पहचान दिलाती है तरानों को सपनों कि समझ सरगम देती है नजारों को एहसासों कि तलाश अहमियत देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं किनारा देती है लहरों को अफसानों कि सोच कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि सौगात देती।

दास्तान कि पुकार संग कोशिश जगाती है लहरों को बदलावों कि सोच परख दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि पहचान सपना देती है तरानों को आवाजों कि धून अफसाना देती है इशारों को खयालों कि सुबह रोशनी देती है उजालों को दिशाओं कि सरगम पुकार देती है नजारों को अदाओं कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग लहर जगाती है लम्हों को एहसासों कि राह आस दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी तलाश देती है नजारों को इशारों कि सोच अल्फाज देती है तरानों को सपनों कि लहर किनारा देती है उमंग को अल्फाजों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग आस जगाती है अंदाजों को इशारों कि सोच पहचान दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि मुस्कान कोशिश देती है आवाजों को उजालों कि सुबह अरमान देती है किनारों को आशाओं कि कहानी सरगम देती है दिशाओं को अदाओं कि तलाश रोशनी देती है इरादों को उमंग कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग आवाज जगाती है रोशनी को सपनों कि समझ अदाएं दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इशारा देती है उजालों को दिशाओं कि सोच मुस्कान देती है लहरों को अफसानों कि परख नजारा देती है अंदाजों को राहों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग लहर जगाती है अदाओं को उजालों कि सुबह नजारा दिलाती है दिशाओं को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है तरानों को सपनों कि समझ सरगम देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है नजारों को इशारों कि सोच तराना देती है खयालों को लम्हों कि सौगात देती है।

दास्तान कि पुकार संग परख जगाती है जज्बातों को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है लहरों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है कदमों को इशारों कि समझ अरमान देती है लम्हों को बदलावों कि धाराएं सोच देती है किनारों को इरादों कि पहचान अहमियत देती है कदमों को इशारों कि सौगात देती है।

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