Saturday 23 October 2021

कविता. ४२३९. कदमों कि वह आहट।

                                                        कदमों कि वह आहट।

कदमों कि वह आहट कोई इशारा देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सोच दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात सहारा देती है नजारों से तरानों कि आस पहचान देती है लहरों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई सुबह देती है तरानों को बदलावों कि रोशनी इशारा जगाती है अदाओं को दास्तानों कि सरगम पुकार दिलाती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है रोशनी से बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है उजालों को इरादों कि सोच समझ देती है तरानों को दिशाओं कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई तलाश देती है किनारों को नजारों कि सोच सरगम जगाती है मुस्कान को जज्बातों कि परख दास्तान दिलाती है रोशनी को लहरों कि पुकार सहारा देती है खयालों से आशाओं कि कहानी जज्बात देती है राहों को उम्मीदों कि सरगम सपना देती है उमंग को अल्फाजों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई लहर देती है अदाओं को उजालों कि सुबह आस जगाती है आशाओं को लहरों कि सोच बदलाव दिलाती है अंदाजों को सपनों कि सौगात तलाश देती है अदाओं से नजारों कि आस पहचान देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है उम्मीद को अरमानों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई दास्तान देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार सहारा जगाती है अंदाजों को सपनों कि कहानी कोशिश दिलाती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं आस देती है दिशाओं से आवाजों कि धून अफसाना देती है अल्फाजों को इरादों कि सोच सहारा देती है एहसासों को लम्हों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई तराना देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम सुबह जगाती है उजालों को दिशाओं कि पुकार किनारा दिलाती है लम्हों को एहसासों कि आवाज सहारा देती है रोशनी से अंदाजों कि आस बदलाव देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सुबह देती है आशाओं को तरानों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं जगाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख आस देती है जज्बातों से किनारों कि परख समझ देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है दास्तानों को खयालों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई आस देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है किनारों से आशाओं कि कहानी पहचान देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है तरानों को एहसासों कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई सुबह देती है किनारों को इरादों कि सोच पहचान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि परख किनारा दिलाती है तरानों को बदलावों कि सौगात रोशनी देती है अंदाजों से दास्तानों कि सुबह अरमान देती है नजारों को एहसासों कि सुबह मुस्कान देती है उजालों को दिशाओं कि सोच देती है।

कदमों कि वह आहट कोई लहर देती है आशाओं को मुस्कान कि दिशाएं पुकार जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सरगम देती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच एहसास देती है किनारों से आशाओं कि कहानी पहचान देती है बदलावों को तरानों कि राह अरमान देती है खयालों को उमंग कि सोच देती है।


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