Monday 25 October 2021

कविता. ४२४१. सरगम को आवाज कि धून।

                                                           सरगम को आवाज कि धून।

सरगम को आवाज कि धून अरमान दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं रोशनी देती है तरानों कि सौगात संग कदमों कि आहट खयाल सुनाती है इशारों को आशाओं कि कहानी आस देती है लम्हों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है उजालों को इरादों कि सोच किनारा दिलाती है अदाओं से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून सपना दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है किनारों कि तलाश संग जज्बातों कि पुकार कोशिश सुनाती है रोशनी को लहरों कि सोच समझ देती है कदमों को अरमानों कि तलाश पहचान देती है नजारों को दास्तानों कि सुबह अरमान दिलाती है लम्हों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून नजारा दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश देती है नजारों कि सोच संग आशाओं कि मुस्कान तराना सुनाती है उम्मीदों को अंदाजों कि पुकार खयाल देती है इशारों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है उमंग को अल्फाजों कि सौगात इशारा दिलाती है राहों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून इशारा दिलाती है उजालों को अल्फाजों कि समझ सहारा देती है अदाओं कि कहानी संग अफसानों कि परख आस सुनाती है खयालों को उमंग कि रोशनी आवाज देती है नजारों को एहसासों कि समझ सोच देती है अंदाजों को सपनों कि राह आस दिलाती है जज्बातों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून अल्फाज दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह अरमान देती है कदमों कि आहट संग खयालों कि समझ आस सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं अफसाना देती है तरानों को लहरों कि तलाश सपना देती है किनारों को इरादों कि सौगात नजारा दिलाती है आवाजों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून एहसास दिलाती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सौगात देती है दिशाओं कि तलाश संग अल्फाजों कि परख पुकार सुनाती है नजारों को जज्बातों कि सोच कोशिश देती है लम्हों को उम्मीदों कि पहचान कोशिश देती है तरानों को अरमानों कि समझ अदाएं दिलाती है किनारों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून परख दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि सोच पहचान देती है किनारों कि आस संग अदाओं कि कहानी पहचान सुनाती है लम्हों को उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है कोशिश को उजालों कि सौगात तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सोच आवाज दिलाती है लहरों से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून पुकार दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है कोशिश कि पुकार संग नजारों कि सोच दिशाएं सुनाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ उमंग देती है कदमों को दिशाओं कि सुबह कोशिश देती है खयालों को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है रोशनी से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून आस दिलाती है लम्हों को कदमों कि आहट अफसाना देती है नजारों कि सोच संग आशाओं कि कहानी खयाल सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है अंदाजों को सपनों कि समझ पहचान देती है लहरों को अल्फाजों कि सौगात इशारा दिलाती है कोशिश से दास्तान देती है।

सरगम को आवाज कि धून नजारा दिलाती है लहरों को उजालों कि सुबह अरमान देती है कदमों कि आहट संग उजालों कि सोच आस सुनाती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सौगात देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है नजारों को एहसासों कि समझ रोशनी दिलाती है जज्बातों से दास्तान देती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...