Monday 4 October 2021

कविता. ४२२०. लम्हों को एहसासों कि सौगात।

                                                      लम्हों को एहसासों कि सौगात।

लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है मुस्कान के अदाओं को खयालों कि आशाएं दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा देती है नजारों कि तलाश सहारा दिलाती है रोशनी के सपनों कि समझ अरमान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम तलाश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात इरादा देती है कदमों के आवाजों को अल्फाजों कि धून दिलाती है आशाओं से किनारों कि तलाश सपना देती है दास्तानों कि सोच अफसाना दिलाती है किनारों के अल्फाजों कि सरगम परख जगाती है जज्बातों को इरादों कि पहचान सुबह दिलाती है लहरों को अफसानों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात तराना देती है लहरों के आशाओं को अंदाजों कि आस दिलाती है नजारों से आवाजों कि धून अहमियत देती है दिशाओं कि मुस्कान अरमान दिलाती है अंदाजों के दास्तानों कि सोच समझ जगाती है रोशनी को लहरों कि सौगात इशारा दिलाती है उम्मीदों को खयालों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात नजारा देती है रोशनी के सपनों को जज्बातों कि पुकार दिलाती है इरादों से खयालों कि समझ कोशिश देती है कदमों कि आहट बदलाव दिलाती है आवाजों के दिशाओं कि तलाश अहमियत जगाती है नजारों को अंदाजों कि परख उमंग दिलाती है अल्फाजों को आवाजों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात सहारा देती है किनारों के अल्फाजों को इशारों कि पहचान दिलाती है किनारों से आशाओं कि कहानी सरगम देती है दिशाओं कि तलाश पुकार दिलाती है अदाओं के उजालों कि सोच अरमान जगाती है अदाओं को बदलावों कि सरगम नजारा दिलाती है तरानों को सपनों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है खयालों के दिशाओं को दास्तानों कि सुबह दिलाती है कदमों से अरमानों कि सुबह दास्तान देती है कोशिश कि आस पहचान दिलाती है आशाओं के राहों कि मुस्कान अल्फाज जगाती है उजालों को इरादों कि सोच उमंग दिलाती है आवाजों को उम्मीदों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात सुबह देती है दास्तान के आवाजों को उजालों कि सोच दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा देती है नजारों कि तलाश सपना दिलाती है अदाओं के उजालों कि सोच पुकार जगाती है तरानों को राहों कि समझ सौगात दिलाती है जज्बातों को इरादों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात लहर देती है जज्बातों के अंदाजों को बदलावों कि सुबह दिलाती है दिशाओं से उमंग कि कहानी कोशिश देती है लहरों कि राह अरमान दिलाती है आशाओं के उम्मीदों कि परख बदलाव जगाती है अदाओं को जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है लहरों को अफसानों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात नजारा देती है तरानों के खयालों को इरादों कि सरगम दिलाती है आशाओं से नजारों कि सोच अफसाना देती है उजालों कि सुबह अल्फाज दिलाती है अंदाजों के दास्तानों कि सोच पहचान जगाती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं आस दिलाती है इरादों को अल्फाजों कि धाराएं देती है।

लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है उजालों के आशाओं को अंदाजों कि समझ दिलाती है अदाओं से दास्तानों कि आस पुकार देती है कदमों कि आहट अरमान दिलाती है लहरों के इरादों कि सौगात तलाश जगाती है दास्तानों को खयालों कि सुबह खयाल दिलाती है अरमानों को नजारों कि धाराएं देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...