Wednesday 10 November 2021

कविता. ४२५७. तरानों से मिलकर सरगम।

                                                     तरानों से मिलकर सरगम।

तरानों से मिलकर सरगम पुकार देती है दिशाओं से आवाजों कि धून अफसाना देती है कदमों को इशारों कि सोच सहारा देती है राहों को मुस्कान कि पहचान सुबह देती है किनारों से परखकर अदाओं कि समझ अहमियत देती है आशाओं संग सपनों कि राह अरमान देती है लम्हों को एहसासों कि सौगात दिलाती है।

तरानों से मिलकर सरगम रोशनी देती है किनारों से अंदाजों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को खयालों कि तलाश सपना देती है कदमों को इशारों कि सोच बदलाव देती है सपनों से जुडकर लहरों कि आस पहचान देती है जज्बातों संग आवाजों कि धून सुबह देती है दास्तानों को अरमानों कि सौगात दिलाती है।

तरानों से मिलकर सरगम परख देती है कोशिश से दास्तानों कि आहट किनारा देती है आशाओं को इशारों कि सुबह कोशिश देती है बदलावों को जज्बातों कि मुस्कान नजारा देती है खयालों से समझकर अंदाजों कि पुकार रोशनी देती है अल्फाजों संग इरादों कि समझ तलाश देती है कदमों को राहों कि सौगात दिलाती है।

तरानों से मिलकर सरगम आस देती है जज्बातों से लहरों कि कहानी कोशिश देती है नजारों को बदलावों कि धाराएं परख देती है किनारों को अल्फाजों कि समझ आस देती है आशाओं से मिलकर अदाओं कि कहानी सरगम देती है अदाओं संग जज्बातों कि पुकार पहचान देती है किनारों को अदाओं कि सौगात दिलाती है।

तरानों से मिलकर सरगम दास्तान देती है कदमों से आशाओं कि तलाश पहचान देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है अदाओं को नजारों कि पहचान सहारा देती है बदलावों से परखकर उम्मीदों कि सोच अहमियत देती है लहरों संग अदाओं कि कहानी सुबह देती है अंदाजों को सपनों कि सौगात दिलाती है।

तरानों से मिलकर सरगम कोशिश देती है बदलावों से किनारों कि आस अरमान देती है जज्बातों को इरादों कि पुकार रोशनी देती है लम्हों को एहसासों कि परख कोशिश देती है इशारों से जुडकर खयालों कि सुबह अरमान देती है नजारों संग लम्हों कि अहमियत सपना देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात देती है।

तरानों से मिलकर सरगम सुबह देती है अदाओं से उम्मीदों कि परख बदलाव देती है कदमों को अंदाजों कि समझ लहर देती है किनारों को इरादों कि पुकार नजारा देती है लहरों से मिलकर आशाओं कि कहानी अफसाना देती है दिशाओं संग आवाजों कि धून आस देती है बदलावों को इशारों कि सौगात देती है।

तरानों से मिलकर सरगम सपना देती है आशाओं से अदाओं कि राह पहचान देती है दास्तानों को एहसासों कि कहानी कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह सपना देती है इरादों से परखकर अदाओं कि सोच समझ देती है लम्हों संग कदमों कि आहट पुकार देती है लहरों को अफसानों कि सौगात देती है।

तरानों से मिलकर सरगम जज्बात देती है किनारों से दास्तानों कि सोच बदलाव देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख पहचान देती है आवाजों से जुडकर राहों कि मुस्कान सुबह देती है बदलावों संग उजालों कि उमंग तलाश देती है लम्हों को उम्मीदों कि सौगात देती है।

तरानों से मिलकर सरगम परख देती है सपनों से बदलावों कि सुबह पुकार देती है आशाओं को अंदाजों कि आस पहचान देती है कदमों को अफसानों कि समझ कोशिश देती है उजालों से मिलकर आवाजों कि धून अफसाना देती है नजारों संग लहरों कि सोच उम्मीद देती है कोशिश को इशारों कि सौगात देती है।

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