Friday 5 November 2021

कविता. ४२५२. रोशनी को जज्बातों कि सरगम।

                                                         रोशनी को जज्बातों कि सरगम।   ‌‍‌

रोशनी को जज्बातों कि सरगम अरमान जगाती है किनारों को इरादों कि समझ सौगात सुनाती है दिशाओं से मिलकर आशाओं कि मुस्कान कहानी दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सोच रोशनी देती है अदाओं को उजालों कि कोशिश एहसास सुनाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम पुकार जगाती है कदमों को अरमानों कि सुबह अल्फाज सुनाती है नजारों से जुडकर अंदाजों कि समझ सौगात दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि आस खयाल देती है इशारों को खयालों कि सौगात तलाश सुनाती है दास्तानों को किनारों कि पहचान बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम परख जगाती है आशाओं को अंदाजों कि राह अरमान सुनाती है किनारों से उलझकर आवाजों कि धून एहसास दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है इरादों को उम्मीदों कि परख अहमियत सुनाती है लम्हों को उमंग कि कहानी बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम तराना जगाती है कोशिश को लम्हों कि सोच खयाल सुनाती है लहरों से मिलकर अंदाजों कि सोच अरमान दिलाती है आशाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है आवाजों को एहसासों कि राह अफसाना सुनाती है उम्मीदों को आशाओं कि सरगम बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम किनारा जगाती है लहरों को अफसानों कि आस पुकार सुनाती है तरानों से जुडकर तलाश कि सौगात सहारा दिलाती है लहरों को अरमानों कि परख किनारा देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं अरमान सुनाती है नजारों को अल्फाजों कि अहमियत बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम सौगात जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना सुनाती है राहों से उलझकर उम्मीदों कि पुकार कोशिश दिलाती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आस देती है तरानों संग उम्मीदों को सपनों कि सरगम लहर सुनाती है इशारों को किनारों कि पहचान बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम पुकार जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि आस पहचान सुनाती है नजारों से मिलकर आशाओं कि कहानी इशारा दिलाती है लम्हों को एहसासों कि समझ आहट देती है किनारों को अफसानों कि परख उमंग सुनाती है अदाओं को इरादों कि लहर बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम कोशिश जगाती है अंदाजों को एहसासों कि सोच अहमियत सुनाती है दास्तानों से जुडकर उजालों कि सौगात तलाश दिलाती है आशाओं को लहरों कि सोच परख देती है कदमों को इशारों कि पहचान सरगम सुनाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम आस जगाती है अफसानों को नजारों कि मुस्कान तराना सुनाती है उम्मीदों से उलझकर आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है लम्हों को एहसासों कि पहचान सहारा देती है खयालों को अरमानों कि सुबह अरमान सुनाती है आशाओं को कदमों कि कहानी बदलाव दिलाती है।

रोशनी को जज्बातों कि सरगम परख जगाती है आशाओं को इशारों कि पहचान पुकार सुनाती है उजालों से मिलकर आशाओं कि सरगम आस दिलाती है अंदाजों को कदमों कि कहानी सौगात देती है नजारों को एहसासों कि पहचान सोच सुनाती है इरादों को अदाओं कि रोशनी बदलाव दिलाती है।


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