Tuesday 23 November 2021

कविता. ४२७०. अंदाजों कि समझ अक्सर।

                                                     अंदाजों कि समझ अक्सर।

अंदाजों कि समझ अक्सर बदलाव कि कहानी देती है राहों को मुस्कान कि पहचान कोशिश देती है किनारों से मिलकर सपनों कि तलाश दिलाती है लम्हों कि कोशिश एहसास दिलाती है जज्बातों को इरादों कि सुबह अरमान सुनाती है नजारों को अफसानों कि सरगम तलाश दिलाती है लहरों को कदमों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर सोच कि आस देती है तरानों को बदलावों कि सुबह आवाज देती है रोशनी से जुडकर नजारों कि सरगम दिलाती है लहरों कि सोच खयाल दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख कहानी सुनाती है राहों को उम्मीदों कि पुकार अल्फाज दिलाती है उजालों को दिशाओं कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर सपनों कि सुबह देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है दास्तानों से परखकर उम्मीदों कि पुकार दिलाती है दिशाओं कि धाराएं सुबह दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश पहचान सुनाती है उजालों को इरादों कि समझ खयाल दिलाती है किनारों को इरादों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर रोशनी कि तलाश देती है जज्बातों को खयालों कि सरगम पुकार देती है अदाओं से मिलकर उजालों कि सोच दिलाती है दास्तानों कि सुबह अरमान दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सुबह परख सुनाती है लहरों को आशाओं कि कहानी सौगात दिलाती है नजारों को आवाजों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर नजारों कि सौगात देती है कदमों को इशारों कि सोच अरमान देती है दिशाओंं से जुडकर इशारों कि मुस्कान दिलाती है किनारों कि तलाश सपना दिलाती है लहरों को अफसानों कि आस पुकार सुनाती है खयालों को इरादों कि पहचान कोशिश दिलाती है राहों को उम्मीदों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर दास्तानों कि सोच देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों से सुनकर आशाओं कि रोशनी दिलाती है बदलावों कि सुबह किनारा दिलाती है रोशनी को आवाजों कि धून एहसास सुनाती है लम्हों को एहसासों कि सोच परख दिलाती है किनारों को धाराओं कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर बदलावों कि नजारा देती है खयालों को इरादों कि सुबह आवाज देती है दिशाओं से परखकर उम्मीदों कि सौगात दिलाती है तरानों कि राह आस दिलाती है लम्हों को बदलावों कि धाराएं परख सुनाती है सपनों को आशाओं कि कहानी सरगम दिलाती है कदमों को इशारों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर अरमानों कि तलाश देती है तरानों को बदलावों कि धून अफसाना देती है अल्फाजों से मिलकर खयालों कि समझ दिलाती है लम्हों कि कहानी बदलाव दिलाती है रोशनी को जज्बातों कि सोच बदलाव सुनाती है नजारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है लहरों को अदाओं कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर आवाजों कि धून देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार बदलाव देती है लहरों से जुडकर उजालों कि सोच दिलाती है खयालों कि सौगात पहचान दिलाती है इशारों को तरानों कि सौगात तलाश सुनाती है बदलावों को आशाओं कि परख किनारा दिलाती है राहों को उम्मीदों कि आहट कोशिश दिलाती है।

अंदाजों कि समझ अक्सर एहसासों कि परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम आस देती है किनारों से सुनकर आशाओं कि कहानी दिलाती है लहरों कि तलाश सपना दिलाती है लम्हों को नजारों कि सुबह आस सुनाती है अरमानों को एहसासों कि आस पहचान दिलाती है कदमों को उमंग कि आहट कोशिश दिलाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...