Saturday 6 November 2021

कविता. ४२५३. हर बार किस पुकार संग।

                                                        हर बार किस पुकार संग।

हर बार किस पुकार संग आशाओं कि कहानी सुनाई देती है इशारों को एहसासों कि पहचान दिशाएं देती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच सहारा देती है किनारों संग अंदाजों कि कोशिश उमंग देती है नजारों कि पुकार रोशनी दिलाती है लम्हों को तरानों के सपनों कि कहानी अहमियत देती है राहों को मुस्कान कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग आवाजों कि सोच सुनाई देती है दास्तानों को खयालों कि सरगम उम्मीद देती है जज्बातों को अंदाजों कि आस पहचान देती है कदमों संग दिशाओं कि धाराएं अरमान देती है लम्हों कि कहानी खयाल दिलाती है उजालों को दिशाओं के अरमानों कि सोच परख देती है बदलावों को आस कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग जज्बातों कि सरगम सुनाई देती है तरानों को दिशाओं कि धाराएं अरमान देती है कोशिश को उजालों कि सरगम आस देती है लम्हों संग कदमों कि आहट अल्फाज देती है लहरों कि सोच अरमान दिलाती है अदाओं को नजारों के बदलावों कि रोशनी इशारा देती है किनारों को अंदाजों कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग अदाओं कि तलाश सुनाई देती है लहरों को अफसानों कि मुस्कान तराना देती है राहों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इशारों संग आवाजों कि धून आस देती है अदाओं कि कहानी रोशनी दिलाती है किनारों को इरादों के दास्तानों कि सौगात आवाज देती है इशारों को अल्फाजों कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग तरानों कि राह सुनाई देती है जज्बातों को इरादों कि समझ अहमियत देती है अंदाजों को सपनों कि कहानी परख देती है खयालों संग आशाओं कि कोशिश लहर देती है एहसासों कि सोच समझ दिलाती है लम्हों को अरमानों के दिशाओं कि धून पुकार देती है लहरों को अफसानों कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग नजारों कि सौगात सुनाई देती है कोशिश को लम्हों कि सोच बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि राह आस देती है एहसासों संग उजालों कि सौगात पहचान देती है कदमों कि आहट कोशिश दिलाती है राहों को उम्मीदों के आशाओं कि सोच तलाश देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग अंदाजों कि समझ सुनाई देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है कदमों संग दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है लहरों कि सरगम दास्तान दिलाती है अरमानों को उजालों के अदाओं कि राह अरमान देती है तरानों को रोशनी कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग दास्तानों कि सोच सुनाई देती है नजारों को एहसासों कि समझ जज्बात देती है किनारों को इरादों कि समझ परख देती है कोशिश संग अल्फाजों कि सौगात उमंग देती है दास्तानों कि सोच मुस्कान दिलाती है लहरों को अफसानों कि सरगम इशारा देती है बदलावों को अदाओं कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग इशारों कि सौगात सुनाई देती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच कोशिश देती है अरमानों को एहसासों कि राह तलाश देती है किनारों संग अंदाजों कि पहचान मुस्कान देती है तरानों कि तलाश सपना दिलाती है आशाओं को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है कदमों को इरादों कि सुबह देती है।

हर बार किस पुकार संग जज्बातों कि परख सुनाई देती है दिशाओं को अदाओं कि राह सरगम देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है नजारों संग लहरों कि तलाश परख देती है आशाओं कि सरगम कहानी देती है लम्हों को एहसासों कि सौगात अरमान देती है कोशिश को उजालों कि सुबह देती है।


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