Thursday 4 November 2021

कविता. ४२५१. तरानों संग सपनों कि समझ।

                                                      तरानों संग सपनों कि समझ।

तरानों संग सपनों कि समझ अरमान जगाती है दिशाओं से मिलकर आवाजों कि धून एहसास दिलाती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है अदाओं को नजारों कि सौगात सहारा देती है अदाओं से लहरों कि सोच इशारा देती है कदमों कि आहट पलकों को उम्मीदों का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ सरगम जगाती है उम्मीदों से जुडकर आशाओं कि कहानी इरादा दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात सुबह देती है कदमों को इशारों कि सुबह अरमान देती है लम्हों से आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों कि तलाश बदलावों को अल्फाजों का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ आस जगाती है कोशिश से परखकर इशारों कि सुबह खयाल दिलाती है लहरों को उजालों के आस कि पहचान सहारा देती है इरादों को एहसासों कि परख किनारा देती है नजारों से अंदाजों कि सरगम एहसास देती है उजालों कि सुबह खयालों को मुस्कान का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ इरादा जगाती है अदाओं से जुडकर अंदाजों कि समझ अरमान दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है राहों से दास्तानों कि सौगात तलाश देती है लहरों कि परख अरमानों को आवाज का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ कोशिश जगाती है जज्बातों से मिलकर खयालों कि सोच जज्बात दिलाती है बदलावों को अंदाजों कि सौगात तलाश देती है नजारों को इरादों कि सोच सरगम देती है एहसासों से उजालों कि सोच अरमान देती है दिशाओं कि सौगात अदाओं को इशारों का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ सौगात जगाती है आशाओं से परखकर उम्मीदों कि पुकार खयाल दिलाती है लहरों को किनारों कि परख किनारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह आस देती है नजारों से इशारों कि मुस्कान उमंग देती है अंदाजों कि समझ राहों को एहसासों का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ उमंग जगाती है अदाओं से जुडकर नजारों कि तलाश सहारा दिलाती है अरमानों को एहसासों कि सोच इरादा देती है दास्तानों को तरानों कि महफिल मुस्कान देती है किनारों से आवाजों कि पहचान सौगात देती है उमंग कि कहानी बदलावों को लम्हों का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ लहर जगाती है अंदाजों से मिलकर बदलावों कि कोशिश सुबह दिलाती है लम्हों को नजारों कि तलाश तराना देती है आशाओं को एहसासों कि सोच दास्तान देती है अल्फाजों से रोशनी कि परख बदलाव देती है कदमों कि सरगम उमंग कि सौगात का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ नजारा जगाती है कदमों से परखकर राहों कि मुस्कान पहचान दिलाती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह अदाएं देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार मुस्कान देती है कदमों से अंदाजों कि आस अहमियत देती है उम्मीदों कि उमंग उम्मीदों कि राह का अफसाना सुनाती रहती है।

तरानों संग सपनों कि समझ आस जगाती है दास्तानों से जुडकर अदाओं कि राह अरमान दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख अहमियत देती है उजालों को इरादों कि सरगम कोशिश देती है आवाजों से कदमों कि आहट खयाल देती है अरमानों कि सुबह आशाओं कि कहानी का अफसाना सुनाती रहती है।

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