Monday, 2 September 2024

कविता. ५२५३. जज्बातों संग अंदाजों की।

                            जज्बातों संग अंदाजों की।

जज्बातों संग अंदाजों की कहानी सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों की अहमियत पहचान दिलाती है लहरों को उजालों की सुबह आवाज सुनाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की कोशिश तलाश सुनाती है खयालों को उजालों की परख किनारा दिलाती है तरानों को अरमानों की आहट आवाज सुनाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की उमंग सुबह सुनाती है अल्फाजों को राहों की सौगात पुकार दिलाती है उम्मीदों को कदमों की सोच आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की उम्मीद मुस्कान सुनाती है दास्तानों को आशाओं की परख इरादा दिलाती है खयालों को सपनों की आस आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की पहचान उमंग सुनाती है लम्हों को अरमानों की अदा नजारा दिलाती है आशाओं को राहों की कहानी आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की रोशनी तराना सुनाती है दिशाओं को किनारों की आस खयाल दिलाती है दास्तानों को एहसासों की परख आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की परख तलाश सुनाती है आशाओं को नजारों की कहानी लहर दिलाती है उजालों को किनारों की उमंग आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की लहर खयाल सुनाती है कदमों को अल्फाजों की मुस्कान बदलाव दिलाती है अफसानों को इरादों की कोशिश आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की आस बदलाव सुनाती है खयालों को लहरों की पुकार अहमियत दिलाती है इशारों को आशाओं की सोच आवाज दिलाती है।

जज्बातों संग अंदाजों की सौगात लहर सुनाती है दास्तानों को एहसासों की राह अरमान दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की पहचान आवाज दिलाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५६५८. किनारों की कहानी अक्सर।

                         किनारों की कहानी अक्सर। किनारों की कहानी अक्सर एहसास दिलाती है लम्हों को अल्फाजों की दुनिया सुबह दिलाती है उजालों क...