Thursday, 5 September 2024

कविता. ५२५६. कदमों से आवाजों की।

                                कदमों से आवाजों की।

कदमों से आवाजों की धून अफसाना दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम दिलाती है जज्बातों को अंदाजों की परख पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की सुबह एहसास दिलाती है लम्हों को सपनों की आस अफसाना दिलाती है दास्तानों को राहों की कहानी पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की रोशनी बदलाव दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान अरमान दिलाती है दिशाओं को नजारों की सौगात पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की उमंग खयाल दिलाती है इरादों को आशाओं की कहानी कोशिश दिलाती है अदाओं को तरानों की पुकार पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की उम्मीद अल्फाज दिलाती है अल्फाजों को एहसासों की आहट जज्बात दिलाती है उजालों को खयालों की धून पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की दास्तान तराना दिलाती है अरमानों को अंदाजों की राह सौगात दिलाती है उम्मीदों को एहसासों की कोशिश पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की आस रोशनी दिलाती है नजारों को सपनों की सुबह परख दिलाती है बदलावों को लम्हों की आहट पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की अंदाज समझ दिलाती है उम्मीदों को दिशाओं की कोशिश पुकार दिलाती है इरादों को आशाओं की मुस्कान पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की पुकार आहट दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी तलाश दिलाती है एहसासों को अदाओं की पुकार पहचान सुनाती है।

कदमों से आवाजों की राह अरमान दिलाती है जज्बातों को बदलावों की सोच उमंग दिलाती है आशाओं को खयालों की कोशिश पहचान सुनाती है।


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