Friday 12 March 2021

कविता. ४०१७. खयालों को समझ लेने से।

                                                          खयालों को समझ लेने से।

खयालों को समझ लेने से आशाओं कि उम्मीद इशारे देती है कदमों को अरमानों कि सुबह सहारा देती है नजारों से जुडकर रोशनी अलगसी सरगम देती है कोशिश को उम्मीदों कि कहानी इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है आशाओं को अंदाजों कि पहचान आस देती है आवाजों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से अंदाजों कि आस सुबह देती है किनारों को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है कदमों से जुडकर अदा अलगसी कोशिश देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश बदलाव देती है उजालों को एहसासों कि राह अफसाना देती है लहरों को उम्मीदों कि सरगम सोच देती है दास्तानों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से इशारों कि पहचान तराना देती है आवाजों को अल्फाजों कि कहानी कोशिश देती है तरानों से जुडकर समझ अलगसी लहर देती है नजारों को आशाओं कि दास्तान राह देती है सपनों को अंदाजों कि कहानी पुकार देती है अदाओं को आवाजों कि धून एहसास देती है रोशनी को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से लहरों कि सरगम सपना देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है अरमानों से जुडकर आस अलगसी आवाज देती है आशाओं को लहरों कि कहानी अल्फाज देती है किनारों को जज्बातों कि कोशिश तराना देती है अंदाजों को इरादों कि समझ अदाएं देती है कदमों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से आवाजों कि धून एहसास देती है अंदाजों को तरानों कि तलाश सपना देती है अदाओं से जुडकर रोशनी अलगसी सरगम देती है अरमानों को एहसासों कि कोशिश नजारा देती है बदलावों को इशारों कि पहचान सौगात देती है आवाजों को उजालों कि सुबह आस देती है उजालों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से जज्बातों कि लहर किनारा देती है कदमों को इशारों कि सुबह अरमान देती है दिशाओं से जुडकर पुकार अलगसी समझ देती है अदाओं को नजारों कि तलाश अल्फाज देती है कोशिश को उजालों कि कहानी परख देती है लहरों को अफसानों कि सौगात परख देती है उम्मीदों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से अंदाजों कि आस पुकार देती है आशाओं को लहरों कि सरगम परख देती है कदमों से जुडकर रोशनी अलगसी राह देती है इशारों को जज्बातों कि सौगात एहसास देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सौगात देती है अरमानों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है लहरों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से तरानों कि समझ अदाएं देती है आस को दिशाओं कि धाराएं सहारा देती है नजारों से जुडकर आस अलगसी कोशिश देती है कदमों को इरादों कि सोच अहमियत देती है उजालों को अंदाजों कि सोच सरगम देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है अंदाजों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है कदमों को इशारों कि सोच बदलाव देती है लहरों से जुडकर तलाश अलगसी सरगम देती है किनारों को बदलावों कि धाराएं सरगम देती है कदमों को इशारों कि कोशिश नजारा देती है नजारों को एहसासों कि सौगात रोशनी देती है नजारों को पुकार देती है।

खयालों को समझ लेने से आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों को उजालों कि सौगात तलाश देती है किनारों से जुडकर रोशनी अलगसी परख देती है कदमों को इरादों कि सोच पहचान देती है कोशिश को उजालों कि सुबह अरमान देती है जज्बातों को दिशाओं कि धाराएं समझ देती है बदलावों को पुकार देती है।



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