Saturday 13 March 2021

कविता. ४०१८. रोशनी संग।

                                                            रोशनी संग।

रोशनी संग सपनों कि तलाश सहारा देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम पुकार देती है किनारों को दास्तानों कि अदाएं पहचान देती है कोशिश को उम्मीदों कि समझ सौगात देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं उमंग देती है कदमों को अफसानों कि परख बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि परख देती है।

रोशनी संग आवाजों कि धून इशारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सौगात पुकार देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अहमियत देती है किनारों को अदाओं कि तलाश अरमान देती है तरानों को अंदाजों कि आस सरगम देती है एहसासों को दिशाओं कि परख देती है।

रोशनी संग अल्फाजों कि पुकार नजारा देती है खयालों को इरादों कि सोच इशारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है लहरों को उजालों कि सुबह नजारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम किनारा देती है बदलावों को इशारों कि सरगम आस देती है आवाजों को एहसासों कि परख देती है।

रोशनी संग अदाओं कि आस पहचान देती है दास्तानों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है राहों को मुस्कान कि तलाश सपना देती है आशाओं को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह लहर देती है किनारों को आशाओं कि कहानी तराना देती है अंदाजों को इरादों कि परख देती है।

रोशनी संग नजारों कि तलाश सपना देती है आशाओं को अंदाजों कि सुबह अरमान देती है अदाओं को आवाजों कि पुकार किनारा देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा देती है अरमानों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है अंदाजों को इरादों कि सरगम पुकार देती है कदमों को अरमानों कि परख देती है।

रोशनी संग आशाओं कि कहानी कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं समझ देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह सपना देती है किनारों को इरादों कि सोच सरगम देती है लहरों को उजालों कि सोच पुकार देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है बदलावों को इशारों कि परख देती है।

रोशनी संग इशारों कि पहचान सौगात देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारा देती है आशाओं को लहरों कि सरगम जज्बात देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं आस देती है खयालों को अरमानों कि कोशिश तराना देती है अंदाजों को इरादों कि समझ अदाएं देती है खयालों को नजारों कि परख देती है।

रोशनी संग आवाजों कि धून एहसास देती है कदमों को इशारों कि सुबह सौगात देती है एहसासों को लम्हों कि सोच अफसाना देती है किनारों को आशाओं कि तलाश सपना देती है नजारों को जज्बातों कि पहचान सरगम देती है अल्फाजों को इशारों कि पहचान समझ देती है कदमों को अरमानों कि परख देती है।

रोशनी संग जज्बातों कि पुकार समझ देती है लहरों को अफसानों कि समझ नजारा देती है कदमों को कोशिश कि आस सरगम देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सपना देती है आशाओं को अंदाजों कि सुबह एहसास देती है लहरों को उजालों कि सौगात किनारा देती है बदलावों को सपनों कि परख देती है।

रोशनी संग जज्बातों कि सुबह सरगम देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार अरमान देती है अदाओं को आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों को उजालों कि सोच पहचान देती है बदलावों को तरानों कि तलाश मुस्कान देती है कदमों को इरादों कि समझ कोशिश देती है आशाओं को अंदाजों कि परख देती है।



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