Thursday 25 March 2021

कविता. ४०३०. लहरों कि तलाश को।

                                                            लहरों कि तलाश को।

लहरों कि तलाश को सपनों संग आशाओं कि महफ़िल मिलती है आस कोई अधूरीसी प्यास बनकर सुनाई देती है जज्बातों को इरादों कि पहचान नजारा देती है कदमों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है किनारों को अंदाजों कि आस पुकार देती है जज्बातों को इरादों कि पहचान सौगात देती है उजालों को खयालों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को नजारों संग आवाजों कि धून मिलती है रोशनी कोई अधूरीसी उमंग बनकर सुनाई देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है उजालों को खयालों कि सुबह अरमान देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अहमियत देती है आशाओं को अल्फाजों कि समझ आस देती है उम्मीदों को अरमानों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को मुस्कान संग जज्बातों कि पुकार मिलती है तराना कोई अधूरीसी सरगम बनकर सुनाई देता है एहसासोंरा को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ परख देती है कदमों को उम्मीदों कि सरगम दिशाएं देती है अंदाजों को अदाओं कि राह सौगात देती है दिशाओं को अदाओं कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को दास्तानों संग तरानों कि सरगम मिलती है कोशिश कोई अधूरीसी उम्मीद बनकर सुनाई देती है खयालों को इरादों कि सोच पुकार देती है इशारों को खयालों कि पहचान तराना देती है किनरों को जज्बातों कि सौगात इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को आशाओं कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को अंदाजों संग अफसानों कि परख मिलती है आस कोई अधूरीसी समझ बनकर सुनाई देता है नजारों को एहसासों कि सुबह अरमान देती है आवाजों को उजालों कि पहचान तलाश देती है कदमों को इशारों कि पुकार आस देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है राहों को अरमानों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को आशाओं संग तरानों कि कोशिश मिलती है राह कोई अधूरीसी परख बनकर सुनाई देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ खयाल देती है कदमों को इशारों कि सोच अरमान देती है किनारों को अंदाजों कि पहचान सौगात देती है अरमानों को एहसासों कि सुबह आस देती है जज्बातों को दिशाओं कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को अदाओं संग अल्फाजों कि समझ मिलती है रोशनी कोई अधूरीसी उमंग बनकर सुनाई देती है दास्तानों को इशारों कि पहचान पुकार देती है अरमानों को एहसासों कि सौगात सपना देती है नजारों को जज्बातों कि सरगम आस देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं किनारा देती है खयालों को इरादों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को अंदाजों संग राहों कि पहचान मिलती है तराना कोई अधूरीसी परख बनकर सुनाई देता है किनारों को आशाओं कि कहानी सरगम देती है आवाजों को उजालों कि सोच एहसास देती है खयालों को उम्मीदों कि सोच आस देती है आशाओं को इरादों कि समझ कोशिश देती है आशाओं को तरानों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को सपनों संग अफसानों कि पुकार मिलती है राह कोई अधूरीसी उम्मीद बनकर सुनाई देती है कदमों को इरादों कि सौगात बदलाव देती है नजारों को एहसासों कि सरगम धून देती है दास्तानों को खयालों कि समझ अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पहचान आस देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह देती है।

लहरों कि तलाश को नजारों संग आवाजों कि धून मिलती है समझ कोई अधूरीसी परख बनकर सुनाई देती है अल्फाजों को खयालों कि सौगात इशारा देती है उमंग को आशाओं कि सरगम पुकार देती है नजारों को एहसासों कि कहानी पुकार देती है अंदाजों को तरानों कि कहानी सोच देती है बदलावों को इशारों कि सुबह देती है।



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