Friday 26 March 2021

कविता. ४०३१. तरानों को बदलावों कि धाराएं।

                                                  तरानों को बदलावों कि धाराएं।

तरानों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाना देती है दिशाओं को अदाओं से जुडकर आस देती है नजारों को एहसासों कि सौगात पहचान देती है उजालों को खयालों कि सुबह अरमान देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है सपनों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है लहरों को उजालों कि सुबह अल्फाज देती है कदमों को इशारों से जुडकर रोशनी देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अफसाना देती है दास्तानों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है अफसानों को नजारों कि परख अरमान देती है उजालों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों को लहरों से जुडकर आस देती है लहरों को अफसानों कि सौगात अहमियत देती है नजारों को आवाजों कि धून एहसास देती है कदमों को इशारों कि सुबह सहारा देती है उम्मीदों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं दास्तान देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है किनारों को अफसानों से जुडकर रोशनी देती है आशाओं को अंदाजों कि परख बदलाव देती है अंदाजों को सपनों कि पहचान ‌अरमान देती है किनारों को अदाओं कि सोच एहसास देती है आवाजों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को एहसासों से जुडकर आस देती है अदाओं को नजारों कि सोच कोशिश देती है आशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देती है इरादों को अदाओं कि राह खयाल देती है कदमों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं जज्बात देती है खयालों को दास्तानों कि अदाएं पहचान देती है नजारों को अंदाजों से जुडकर सुबह देती है कदमों को इशारों कि पहचान आस देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सौगात देती है अफसानों को आशाओं कि कहानी परख देती है दास्तानों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं आस देती है नजारों को एहसासों कि सुबह अरमान देती है कदमों को इशारों से जुडकर सौगात देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ आस देती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है अदाओं को किनारों कि आस पुकार देती है लहरों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं अल्फाज देती है दास्तानों को लहरों कि सोच अफसाना देती है किनारों को जज्बातों से जुडकर पुकार देती है अदाओं को उजालों कि सुबह सहारा देती है लहरों को उजालों कि सौगात तलाश देती है आशाओं को अंदाजों कि आस अहमियत देती है जज्बातों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कदमों को इशारों कि पहचान कोशिश देती है लहरों को अफसानों से जुडकर रोशनी देती है आशाओं को अंदाजों कि तलाश सपना देती है नजारों को एहसासों कि समझ अरमान देती है किनारों को अल्फाजों कि समझ बदलाव देती है खयालों कि सरगम देती है।

तरानों को बदलावों कि धाराएं परख देती है दिशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देती है कदमों को इशारों से जुडकर अफसाना देती है दास्तानों को जज्बातों कि पुकार खयाल देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है अंदाजों को सपनों कि पहचान सौगात देती है अल्फाजों कि सरगम देती है।




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