Monday 8 March 2021

कविता. ४०१३. आस को किसी पहचान कि।

                                                   आस को किसी पहचान कि।

आस को किसी पहचान कि तलाश जरुरी नही होती आशाओं को अरमानों कि सोच किनारा दिलाती है एहसासों से कोशिश कि रोशनी अक्सर आती है उजालों को इशारों कि जरुरत नही होती उम्मीदों कि सरगम पुकार को संग लेकर आ जाती है बदलावों को दिशाओं कि धाराएं अरमान देती है तरानों को सपनों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि कोशिश जरुरी नही होती आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं दिलाती है कदमों से इशारों कि पुकार सहारा लाती है सपनों को आशाओं कि कहानी खयाल देती है अंदाजों कि पहचान सौगात के संग उम्मीद सुनाती है अंदाजों को इशारों कि पुकार अल्फाज देती है नजारों को एहसासों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि लहर जरुरी नही होती अंदाजों को तरानों कि तलाश सपना दिलाती है जज्बातों से आवाजों कि धून एहसास लाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून कोशिश देती है किनारों कि तलाश सपनों के संग उजाले देती है आशाओं को लहरों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को तरानों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि अहमियत जरुरी नही होती अदाओं को जज्बातों कि पुकार कोशिश दिलाती है रोशनी से आशाओं कि कहानी सहारा देती है कोशिश को इरादों कि सोच समझ सुनाती है बदलावों कि धाराएं लहरों के संग सपना सुनाती है नजारों को एहसासों कि सौगात पहचान होती कदमों को इशारों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि जरुरत जरुरी नही होती दास्तानों को खयालों कि सरगम पुकार दिलाती है राहों से अरमानों कि तलाश लहर देती है नजारों को एहसासों कि सौगात परख देती है इशारों कि सौगात कदमों के संग तराना देती है किनारों को इरादों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को अल्फाजों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि समझ जरुरी नही होती कोशिश को इरादों कि सौगात तलाश दिलाती है अफसानों से दास्तानों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि सोच नजारा देती है आवाजों कि धून अंदाजों के संग परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि परख बदलाव देती है इशारों को किनारों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि सुबह जरुरी नही होती अंदाजों को तरानों कि कोशिश सरगम दिलाती है जज्बातों से अरमानों कि तलाश कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा देती है बदलावों कि धाराएं खयालों के संग उम्मीद देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है राहों को मुस्कान कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि कोशिश जरुरी नही होती अदाओं को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है बदलावों से इशारों कि सोच परख देती है खयालों को इरादों कि समझ अदाएं देती है रोशनी कि सौगात परख के संग उजाला देती है अंदाजों को तरानों कि अरमान जज्बात देती है बदलावों को अदाओं कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि समझ परख नही होती लहरों को अफसानों कि पुकार रोशनी दिलाती है नजारों से आवाजों कि धून एहसास देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं परख देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच राहों के संग उम्मीद देती है कदमों को इशारों कि सुबह सरगम देती है लहरों को अफसानों कि उमंग दिलाती है।

आस को किसी पहचान कि लहर किनारा नही होती अदाओं को सपनों कि मुस्कान तराना दिलाती है जज्बातों से एहसासों कि सौगात कोशिश देती है लहरों को उजालों कि सोच पुकार देती है कदमों को इरादों कि समझ आवाजों के संग तलाश देती है कोशिश को सपनों कि राह सहारा देती है दास्तानों को खयालों कि उमंग दिलाती है।


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