Sunday 28 March 2021

कविता. ४०३३. किनारों को इरादों कि पहचान।

                                                    किनारों को इरादों कि पहचान।

किनारों को इरादों कि पहचान इशारा देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अफसाना देती है कदमों कि आशाओं संग उमंग धाराएं देती है लहरों को अरमानों कि तलाश सपना देती है उजालों को दिशाओं कि समझ आस देती है जज्बातों को तरानों कि सरगम पुकार देती है अल्फाजों को खयालों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान समझ देती है दिशाओं को अंदाजों कि सरगम परख देती है सपनों कि तलाश संग एहसास उजाला देता है आशाओं को इशारों कि सोच सहारा देती है अरमानों को नजारों कि सोच इशारा देती है उम्मीदों को अल्फाजों कि सौगात कोशिश देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान सौगात देती है लहरों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है जज्बातों कि पुकार संग समझ इरादा देती है तरानों को बदलावों कि सुबह अरमान देती है उजालों को दिशाओं कि परख बदलाव देती है नजारों को एहसासों कि सोच इशारा देती है अदाओं को राहों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान पुकार देती है तरानों को बदलावों कि तलाश सपना देती है अरमानों कि सरगम संग आस तलाश देती है कदमों को अंदाजों कि आस कोशिश देती है लहरों को उजालों कि सोच सरगम देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान परख देती है अरमानों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है नजारों कि पुकार संग कोशिश सहारा देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है आशाओं को अंदाजों कि परख सपना देती है अंदाजों को तरानों कि राह नजारा देती है अरमानों को दिशाओं कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान सुबह देती है अदाओं को नजारों कि समझ आस देती है दास्तानों कि सोच संग समझ अरमान देती है कदमों को अल्फाजों कि सरगम उजाला देती है जज्बातों को तरानों कि राह अल्फाज देती है नजारों को अरमानों कि रोशनी इशारा देती है आवाजों को उजालों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान सरगम देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है इशारों कि पहचान संग आस तराना देती है बदलावों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है लहरों को अफसानों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों को सपनों कि समझ आवाज देती है बदलावों को इशारों कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान सौगात देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सपना देती है लहरों कि सरगम संग नजारा पुकार देता है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह अदाएं देती है कदमों को इशारों कि सोच एहसास देती है खयालों को लहरों कि परख लहर देती है उम्मीदों को आशाओं कि कोशिश देती है।

किनारों को इरादों कि पहचान उमंग देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा देती है कदमों कि तलाश संग सोच अरमान देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है दास्तानों को खयालों कि समझ तराना देती है अंदाजों को इरादों कि सौगात आस देती है इशारों को खयालों कि कोशिश देती है।


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