Tuesday 2 March 2021

कविता. ४००७. उस नजर को ढूंढते है।

                                                           उस नजर को ढूंढते है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे एहसासों कि सरगम दिख जाए आशाओं के उम्मीदों को बदलाव से मिलकर आस नजर आए लहरों को अफसानों कि सोच समझ सुनाती है इशारों को खयालों कि सुबह अरमान देती है अंदाजों को तरानों कि सरगम पुकार देती है परख को अदाओं कि राह पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे आशाओं कि कहानी दिख जाए अंदाजों के दिशाओं को आवाज से जुडकर रोशनी पुकार लाए इशारों को कोशिश कि आस सरगम सुनाती है राहों को मुस्कान कि सौगात इरादा देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है बदलावों को जज्बातों कि पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे आवाजों कि तलाश दिख जाए लहरों के कोशिश को उम्मीदों से जुडकर बदलाव समझ लाए आशाओं को अंदाजों कि परख किनारा देती है सपनों को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है कदमों को तरानों कि सोच बदलाव देती है कोशिश को इरादों कि तलाश पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे अंदाजों कि आस दिख जाए दास्तानों के उजालों को दिशाओं से मिलकर पुकार सहारा लाए आवाजों को अल्फाजों कि समझ सौगात देती है कदमों को लहरों कि आहट अफसाना देती है किनारों को इरादों कि सुबह एहसास देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे दिशाओं कि धाराएं दिख जाए लहरों के उम्मीदों को कदमों से जुडकर रोशनी कोशिश लाए आशाओं को अंदाजों कि परख किनारा देती है जज्बातों को आवाजों कि तलाश सपना देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अफसाना देती है लहरों को उजालों कि सुबह पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे तरानों कि समझ दिख जाए जज्बातों के आवाजों को उजालों से मिलकर आस इशारा लाए आवाजों को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है रोशनी को लहरों कि सरगम परख देती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात रोशनी देती है दास्तानों को खयालों कि समझ पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे अदाओं कि लहर दिख जाए राहों के एहसासों को लम्हों से जुडकर सरगम पुकार लाए अरमानों को नजारों कि परख बदलाव देती है अफसानों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है खयालों को अल्फाजों कि समझ अहमियत देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे आशाओं कि कहानी दिख जाए आशाओं के उम्मीदों से मिलकर सुबह अरमान लाए अंदाजों को सपनों कि समझ रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को उजालों कि सौगात इशारा देती है किनारों को सपनों कि कोशिश पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे अरमानों कि सुबह दिख जाए जज्बातों के तरानों से जुडकर रोशनी परख लाए आवाजों को अल्फाजों कि सौगात किनारा देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह तराना देती है कदमों को उमंग कि कहानी बदलाव देती है खयालों को इरादों कि सरगम पहचान देती है।

उस नजर को ढूंढते है जिसमे आवाजों कि तलाश दिख जाए अंदाजों के दिशाओं से जुडकर आस पुकार लाए लहरों को अफसानों कि समझ नजारा देती है आवाजों को सपनों कि सरगम सौगात देती है किनारों को इरादों कि सरगम पुकार देती है एहसासों को लम्हों से रोशनी कि अहमियत पहचान देती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...