Saturday 27 March 2021

कविता. ४०३२. दिशाओं को अरमानों कि सुबह।

                                                  दिशाओं को अरमानों कि सुबह।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह सरगम देती है कदमों को इशारों कि पहचान सहारा देती है लहरों को आवाजों कि धून एहसास देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है अदाओं को नजारों कि कोशिश अफसाना देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं अहमियत देती है अंदाजों को सपनों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह अल्फाज देती है दास्तानों को खयालों कि तलाश सरगम देती है रोशनी को अदाओं कि कहानी उजाला देती है बदलावों को अदाओं कि कहानी पहचान देती है जज्बातों को तरानों कि सुबह आहट देती है अंदाजों को सपनों कि समझ पुकार देती है इशारों को किनारों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कदमों को इशारों कि सोच लहरे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सपना देती है एहसासों को लम्हों कि सरगम पुकार देती है कदमों को अफसानों कि परख किनारा देती है बदलावों को राहों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह रोशनी देती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश देती है तरानों को एहसासों कि सुबह अल्फाज देती है जज्बातों को तरानों कि राह किनारा देती है कदमों को इरादों कि समझ खयाल देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है लहरों को उजालों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह दास्तान देती है जज्बातों को इरादों कि सोच समझ देती है बदलावों को इशारों कि पहचान सौगात देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख नजारा देती है उजालों को इरादों कि सोच आवाज देती है इरादों को एहसासों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह किनारा देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है लहरों को अफसानों कि परख दास्तान देती है कदमों को आवाजों कि धून सरगम देती है बदलावों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है नजारों को अंदाजों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह सपना देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है दास्तानों को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ नजारा देती है आवाजों को उजालों कि सोच सपना देती है किनारों को अदाओं कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह नजारा देती है कदमों को इरादों कि समझ अफसाना देती है किनारों को आवाजों कि धून अहमियत देती है तरानों को सपनों कि सौगात इशारा देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है लहरों को उम्मीदों कि सुबह अंदाज देती है सपनों को बदलावों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह दास्तान देती है किनारों को आवाजों कि धून एहसास देती है कदमों को इरादों कि सोच पहचान देती है दास्तानों को खयालों कि समझ अहमियत देती है दास्तानों को खयालों कि समझ सौगात देती है किनारों को आशाओं कि पुकार अफसाना देती है नजारों को जज्बातों कि आस देती है।

दिशाओं को अरमानों कि सुबह कोशिश देती है तरानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है राहों को मुस्कान कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को आवाजों कि धून अफसाना देती है लहरों को उजालों कि पहचान किनारा देती है तरानों को एहसासों कि समझ पुकार देती है अल्फाजों को खयालों कि आस देती है।



No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...