Wednesday 14 July 2021

कविता. ४१४१. दास्तान से कोई आवाज।

                                                     दास्तान से कोई आवाज।                     

दास्तान से कोई आवाज निकलकर आती है नयी रोशनी नयी सुबह कि सरगम सुनाती है एहसासों कि पहचान नया इशारा देकर जाती है कदमों से जुडकर रोशनी अलगसी पुकार लाती है उजालों संग किनारों कि कोई कहानी पुकार सुनाती है तरानों संग आशाओं कि लहर अफसाना देती है कदमों संग दिशाएं सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज आस कि कहानी बनती है नये सपने कि आहट एहसास दिलाती है जज्बातों कि पुकार नया तराना देकर जाती है किनारों से जुडकर आस अलगसी तलाश लाती है राहों संग उम्मीदों कि कोई समझ उजाला दिलाती है नजारों संग अंदाजों कि समझ सौगात देती है लहरों संग पुकार सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज एहसास सुनाती है नयी मुस्कान कि दिशाएं आस समझाती है आशाओं कि तलाश नया अफसाना देकर जाती है रोशनी से जुडकर समझ अलगसी सौगात लाती है कोशिश संग अंदाजों कि कोई नजारा उमंग सुनाती है लहरों संग आवाजों कि धून अहमियत देती है उजालों संग पहचान सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज अफसाना समझाती है नया नजारों कि तलाश किनारा सुनाती है अदाओं कि कहानी नया रोशनी देकर जाती है इशारों से जुडकर आस अलगसी पहचान लाती है लहरों संग अदाओं कि कोई सुबह आस दिलाती है जज्बातों संग दिशाओं कि कोशिश परख देती है आशाओं संग उमंग सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज जज्बात लाती है नयी लहरों कि पुकार कोशिश सुनाती है तरानों कि तलाश नया अफसाना देकर जाती है एहसासों से जुडकर रोशनी अलगसी पुकार लाती है कदमों संग दिशाओं कि कोई कहानी सहारा दिलाती है उम्मीदों संग अल्फाजों कि सोच सपना देती है किनारों संग आस सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज अरमान जगाती है नयी आशाओं कि सोच पहचान दिलाती है राहों कि मुस्कान नया अल्फाज देकर जाती है आशाओं से जुडकर सोच अलगसी कोशिश लाती है सपनों संग किनारों कि कोई आस परख सुनाती है नजारों संग आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों संग तलाश सरगम देती है।

दास्तान से कोई आवाज सपना सुनाती है नये तरानों कि राह अरमान दिलाती है जज्बातों कि पुकार नया उजाला देकर जाती है अंदाजों से जुडकर कोशिश अलगसी तलाश लाती है कदमों संग दिशाओं कि कोई नजार पहचान सुनाती है उजालों संग किनारों कि आस अफसाना देती है आशाओं संग सुबह सरगम देती है।

दास्तान को कोई आवाज तलाश सुनाती है नयी आस कि सौगात बदलाव दिलाती है इशारों कि सुबह नया रोशनी देकर जाती है जज्बातों से जुडकर आस अलगसी परख लाती है किनारों संग अंदाजों कि कोई सौगात इशारा सुनाती है अदाओं संग एहसासों कि समझ कोशिश देती है दिशाओं संग सोच सरगम देती है।

दास्तान को कोई आवाज अदाएं जगाती है नयी लहरों कि तलाश सपना सुनाती है उजालों कि सोच नया अफसाना देकर जाती है कदमों से जुडकर रोशनी अलगसी पुकार लाती है जज्बातों संग अफसानों कि कोई कहानी लहर सुनाती है नजारों संग आशाओं कि सौगात इशारा देती है राहों संग उम्मीद सरगम देती है।

दास्तान को कोई आवाज पुकार सुनाती है नयी कोशिश कि आस पहचान दिलाती है इरादों कि समझ नया तराना देकर जाती है खयालों से जुडकर सौगात अलगसी बदलाव लाती है नजारों संग आशाओं कि कोई सौगात अरमान दिलाती है लहरों संग अदाओं कि कोशिश परख देती है कदमों संग आस सरगम देती है।

2 comments:

  1. Very Beautiful writing Vaishali jee. ✍

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    1. Thanks for appreciating I am do happy that your like it Davidji

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कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

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