Wednesday 26 December 2018

कविता. २५९४. तराने से जब कोई मासूमसी धून।

                                 तराने से जब कोई मासूमसी धून।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि आंधी कोई कहानी कहती है जज्बात को खयालों कि पहचान इशारे देती है किनारे संग हर जज्बात कि धारा पहचान अलग देकर आगे बढती है रोशनी को एहसासों कि कहानी किरदार कई देती है दास्तान को अफसानों कि रोशनी नजारों कि सौगात देती है अंदाजों को एहसासों कि राह तराने देती है कदमों को आशाओं कि दिशाएं देती है किनारे को लहरों कि उमंग अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि समझ कोई पहचान कहती है तराने को अल्फाजों कि जरुरत खयाल देती है आवाज को तरानों कि उम्मीद इशारे अलग देकर आगे बढती है उजाले को राहों कि पहचान दिशाएं देती है आवाज को तरानों कि पहचान दिशाएं देती है इशारों को अफसानों कि कोशिश दास्ताने देती है अंदाज को किनारों कि सौगात इशारे देती है इरादों को आवाजों कि धून को एहसासों कि राह अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि पुकार कोई लहर देती है जज्बात को खयालों कि दिशाएं आस देती है तलाश को आशाओं कि जरुरत देती है अंदाजों को दिशाओं कि जरुरत उमंग देती है आवाजों को अल्फाजों कि रोशनी देती है पहचान को लहरों से जुडकर आशाओं कि सौगात इशारे देती है जज्बात को खयालों कि उमंग नजारे देती है आवाजों को अल्फाजों कि अदाएं समझ देती है आवाज को कदमों कि परख अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि सुबह कोई खयाल देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात तराने देती है किनारे को लहरों कि उमंग नजारे देती है अदाओं को दिशाओं कि परख नजारे देती है आस को सांस कि जरुरत पहचान देती है पुकार को जज्बातों कि परख अफसाने देती है राह को इशारों कि जरुरत तराने देती है परख को किनारों कि सौगात रोशनी देती है दास्तान को दिशाओं कि उमंग अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि राह कोई लहर देती है अंदाज को किनारों कि जरुरत अफसाने देती है दास्तान को दिशाओं कि अहमियत दिशाएं देती है लहरों को आशाओं कि जरुरत सुबह देती है परख को अदाओं कि कोशिश किनारे देती है तराने को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है नजारे को अफसानों कि कोशिश दिशाएं देती है जज्बात को खयालों कि उमंग तराने देती है आवाज को अदाओं कि कहानी अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि कोशिश कोई परख देती है किनारे को उजालों कि पहचान इशारे देती है आवाज को पुकार कि जरुरत इशारे देती है अफसाने को किनारों कि जरुरत राहे देती है दास्तान को कदमों कि उमंग नजारे देती है आवाज को लहरों कि उमंग किनारे देती है कोशिश को एहसासों कि पुकार देती है जज्बात को खयालों कि सौगात तराने देती है अदाओं को अल्फाजों कि कोशिश अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि समझ कोई कहानी देती है अल्फाज को आवाजों कि धून अंदाज देती है तलाश को अल्फाजों कि रोशनी देती है आवाज को खयालों कि सौगात इशारे देती है जज्बात को अफसानों कि कोशिश देती है दास्तान को कदमों कि रोशनी उम्मीद देती है किनारे को लहरों कि अहमियत इरादे देती है आस को तरानों कि उमंग देती है अंदाजों को दिशाओं कि उमंग अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि राह कोई लहर देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है आशाओं को अफसानों कि कोशिश देती है अंदाजों को कहानियों कि रोशनी तराने देती है राहों को एहसासों कि सुबह उजाले देती है आवाज को तरानों कि पहचान देती है किनारे को लहरों कि उमंग आशाएं देती है जज्बात को खयालों कि सौगात इशारे देती है दास्तान को कदमों कि रोशनी अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि कहानी कोई निशानी देती है अंदाजों को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को दिशाओं कि जरुरत उम्मीद देती है आवाज को किनारों कि पुकार देती है जज्बात को खयालों कि रंगत देती है नजारे को कदमों कि जरुरत परख देती है अंदाजों को दास्तानों कि अहमियत देती है अंदाजों को दास्तानों कि अदाएं देती है किनारे को आशाओं कि जरुरत अफसाने देती है।
तराने से जब कोई मासूमसी धून निकलती है एहसासों कि राह कोई लहर देती है आशाओं को खयालों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को कहानियों कि रोशनी अल्फाजों कि पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि सौगात इशारे देती है कदमों को जज्बातों कि आंधी देती है एहसास को लहरों कि पहचान देती है दास्तान को दिशाओं कि जरुरत आस देती है कदमों को अल्फाजों कि रोशनी देती है आवाज को अदाओं कि कोशिश अफसाने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६०. आवाज को दिशाओं की।

                              आवाज को दिशाओं की। आवाज को दिशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान कोशिश दिलाती है दास्तान...