Wednesday, 26 December 2018

कविता. २५९३. हर जज्बात कि जरुरत।

                                        हर जज्बात कि जरुरत।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को रोशनी देती है आवाज को पुकार कि जरुरत आस देती है दास्तान को दिशाओं कि अहमियत इरादे देती है आशाओं को अल्फाजों कि पहचान देती है किनारे को नजारों कि उमंग सौगात देती है परख को अदाओं कि कोशिश तराने देती है उम्मीद को अफसानों कि समझ देती है दास्तान को रंगों कि पहचान देती है उमंग को इरादों कि रोशनी उजाले देती है आस को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को उजाले देती है अंदाज को किनारों कि सौगात इशारे देती है आवाज को पुकार कि जरुरत तलाश देती है आवाज को दास्तानों कि पहचान दिशाएं देती है कदमों को अफसानों कि कोशिश देती है परख को अदाओं कि जरुरत उमंग देती है उम्मीद को दिशाओं को लहरों कि उमंग देती है आवाज को नजारों कि पहचान इशारे देती है जज्बात को खयालों कि सौगात देती है दास्तान को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को उम्मीदे देती है आवाज को रोशनी कि खुबसूरती आशाएं देती है दास्तान को दिशाओं कि उमंग तराने देती है किनारे को लहरों कि अहमियत इरादे देती है राहों को अफसानों कि कोशिश देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान इशारे देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस देती है परख को अदाओं कि जरुरत देती है किनारे को लहरों कि उमंग देती है नजारे को कदमों कि उमंग देती है रोशनी को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को दास्ताने देती है अंदाजों को कहानियों कि रोशनी उजाले देती है नजारे को अफसानों कि कोशिश उमंग देती है दास्तान को जज्बातों कि सौगात तराने देती है आवाज के संग आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है तराने को अल्फाजों कि रोशनी दिशाएं देती है उमंग को आवाजों कि धून सहारे देती है किनारे को आशाओं कि सौगात रोशनी देती है दास्तान को दिशाओं कि राह देती है आवाज को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को तराने देती है आवाज को पुकार कि जरुरत आस देती है किनारे को लहरों कि अहमियत दिशाएं देती है नजारे को एहसासों कि कहानी तलाश देती है दास्तान को कदमों कि रोशनी उमंग देती है खयाल को आवाजों कि धून अहमियत देती है किनारे को आशाओं कि सौगात सुंदरता देती है दिशाओं को एहसासों कि राह देती है परख को अदाओं कि कहानी देती है किनारे को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को राहे देती है दास्तान को दिशाओं कि उमंग नजारे देती है आवाज को तरानों कि पहचान इशारे देती है दास्तान को इरादों कि जरुरत उजाले देती है आवाज को दिशाओं कि जरुरत परख देती है किनारे को लहरों कि पहचान इशारे देती है दास्तान को कदमों कि जरुरत उजाले देती है अंदाजों को दास्तानों कि सौगात देती है किनारे को लहरों कि पहचान देती है दास्तान को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को लहरे देती है आवाज को पुकार कि जरुरत सुबह देती है रंगों कि उमंग खयालों कि पहचान इशारे देती है सरगम को अल्फाजों कि पहचान देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता आस देती है दास्तान को तरानों कि जरुरत कि उमंग देती है उम्मीद को अफसानों कि कोशिश अल्फाज देती है आवाज को अफसानों कि कोशिश इशारे देती है किनारे को सोच कि पहचान इशारे देती है खयाल को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को दास्ताने देती है किनारे को आशाओं कि सौगात तराने देती है परख को अदाओं कि जरुरत कदमों कि आस देती है आवाज को दिशाओं कि जरुरत परख देती है तराने को अदाओं कि सरगम देती है दास्तान को कदमों कि पहचान इशारे देती है किनारे को खयालों कि सौगात देती है अंदाजों कि जरुरत परख देती है आवाज को पुकार कि कहानी तराने देती है दास्तान को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को किनारे देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश खयाल देती है कदमों को आवाज कि आहट इशारे देती है तलाश को अल्फाजों कि पहचान दिशाएं देती है किनारे को नजारों कि उमंग देती है समझ को अदाओं कि कोशिश उम्मीद देती है उमंग को आवाजों कि धून देती है पुकार को दिशाओं कि जरुरत राह देती है दास्तान को दिशाओं कि जरुरत अदाएं देती है आवाज को एहसास देती है।
हर जज्बात कि जरुरत अफसानों कि कोशिश को दास्ताने देती है खयालों को अल्फाजों कि जरुरत राहे देती है किनारों को अफसानों कि कोशिश तराने देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश तराने देती है दास्तान को आशाओं कि सुंदरता देती है परख को अदाओं कि जरुरत इरादे देती है उमंग को आवाजों कि धून देती है किनारे को लहरों कि पहचान दिशाएं देती है लहर को जज्बातों कि सौगात तराने देती है दास्तान को एहसास देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५७०७. अरमानों की आहट अक्सर।

                       अरमानों की आहट अक्सर। अरमानों की आहट  अक्सर जज्बात दिलाती है लम्हों को एहसासों की पुकार सरगम सुनाती है तरानों को अफसा...