Thursday 13 December 2018

कविता. २५६७. हर आस से कोई सरगम।

                                   हर आस से कोई सरगम।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि रोशनी पहचान देती है उम्मीद को अफसानों कि रोशनी देती है उजाले को रोशनी कि खुबसूरती देती है नजारे संग एहसासों कि सुबह देती है खयाल को दिशाओं कि आशाएं देती है आवाज को पुकार कि जरुरत देती है धून को जज्बातों कि सौगात देती है अंदाज को खयालों कि खुशी देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान देती है उजाले को रोशनी कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि उमंग दिशाएं देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है इरादे को जज्बातों कि पहचान देती है किनारे संग आशाओं कि सुंदरता देती है आवाज को लहरों कि उमंग देती है खयालों कि रोशनी को एहसासों कि राह देती है किनारे को अंदाजों कि पहचान देती है रोशनी को एहसासों कि कहानी देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है दास्तान को दिशाओं कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि परख आशाएं देती है किनारे को अंदाजों कि जरुरत देती है परख को अदाओं कि कोशिश देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है जज्बात को खयालों कि रोशनी देती है तलाश को अल्फाजों कि अहमियत देती है आस को तरानों कि उम्मीद को परख देती है आशाओं कि जरुरत को एहसासों कि सुबह देती है उजाले को राहों कि तलाश देती है आवाज को लहरों कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि उमंग पुकार देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात राह देती है कदमों को अल्फाजों कि अहमियत देती है खयालों कि सुबह को अफसानों कि उमंग देती है कदमों को राहों कि पहचान देती है जज्बात को दिशाओं कि अदाएं देती है दास्तान को किनारों कि सौगात देती है तराने को अदाओं कि जरुरत तलाश देती है आवाज को पुकार कि जरुरत देती है दास्तान को दिशाओं कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि रोशनी दिशाएं देती है आवाजों कि धून को जज्बातों कि सौगात देती है किनारे को लहरों कि अहमियत देती है इशारों को खयालों कि परख देती है रोशनी को एहसासों कि राह पुकार देती है आशाओं को अल्फाजों कि जरुरत पुकार देती है तलाश को जज्बातों कि सौगात देती है परख को अदाओं कि कोशिश देती है दास्तान को आशाओं कि सुंदरता देती है अदा को एहसासों कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि उमंग पुकार देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात सुबह देती है किनारे को अंदाजों कि परख देती है उजाले को रोशनी कि खुबसूरती एहसास देती है दिशाओं को लहरों कि उमंग देती है परख को तरानों कि उम्मीद देती है जज्बात को खयालों कि सौगात देती है सुबह को आशाओं कि सौगात देती है आवाज को एहसासों कि कहानी देती है जज्बात को अफसानों कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि रोशनी इशारे देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान कदम देती है आवाज को पुकार कि कहानी देती है तलाश को जज्बातों कि सौगात देती है दास्तान को दिशाओं कि राह को इशारों कि सौगात देती है रोशनी को अफसानों कि आस देती है उमंग को आवाजों कि धून देती है पुकार को दिशाओं कि अहमियत देती है किनारे को लहरों कि उमंग देती है आवाज को पुकार कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि उमंग उजाले देती है एहसास को आशाओं कि सुंदरता खुशियां देती है आवाज को लहरों कि पहचान दिशाएं देती है अंदाज को अफसानों कि पहचान देती है आवाज को कदमों कि आंधी देती है किनारे को अंदाजों कि जरुरत देती है रोशनी को एहसासों कि सुबह देती है सूरज को किरणों कि सौगात देती है सुबह को आसमानों के रंगों कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि परख आशाएं देती है आवाज को एहसासों कि कहानी देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान देती है अदाओं को अफसानों कि रोशनी देती है तलाश को जज्बातों कि पूंजी देती है दास्तान को दिशाओं कि परख देती है राह को इशारों कि जरुरत देती है खयाल के एहसासों कि सुबह देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग देती है अफसाने को लहरों कि जरुरत देती है।
हर आस से कोई सरगम जिन्दा होती है जज्बात को खयालों कि रोशनी उजाले देती है किनारे को जज्बातों कि उमंग देती है तलाश को अल्फाजों कि अहमियत देती है खयाल को आवाजों कि धून देती है किनारे को एहसासों कि कहानी देती है परख को अदाओं कि कोशिश देती है एहसास को आशाओं कि सुंदरता देती है परख को अदाओं कि कहानी देती है किनारे को अंदाजों कि पहचान देती है रोशनी को अफसानों कि जरुरत देती है।

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