Friday 7 December 2018

कविता. २५५५. मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है।

                                      मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये उजाले कि पहचान देती है हरियाली को खुदकी अपनी कहानी कहती है जो जज्बातों को दिशाओं कि अलग निशानी देती है एहसास कि पूंजी को अल्फाजों कि अहमियत देती है कदमों को आवाजों कि दिशाएं देती है नजारे को कुदरत कि पहचान इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि राह देती है कहानियों को उम्मीद कि जरुरत देती है जीवन मे एहसासों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये इशारे कि जरुरत देती है हर शुरुआत को नजारों कि सांसे देती है मौसम के सहारों कि निशानी देती है सुबह को बादलों के संग शुरुआत देती है कुदरत कि समझ को मौसमों कि निशानी देती है एहसास को अल्फाजों कि अहमियत देती है किनारे को नये शुरुआत कि जरुरत देती है रोशनी को अफसानों कि जरुरत देती है परख को अलग एहसासों कि कहानी देती है जज्बातों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये तराने कि रोशनी देती है हर उजाले को बदलावों कि कोशिश देती है सुंदरता कि परिभाषा को अलग परख देती है जीवन को हर आस कि सतरंगी सुबह देती है आशाओं कि जरुरत निशानी देती है हर खुबसुरत एहसास कि पूंजी देती है मौसम को बदलावों कि रोशनी देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है कुदरत को अलग तरानों के उजाले देती है नजारों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये अफसाने कि पूंजी देती है  हर अंदाज को कुदरत के एहसासों कि दास्तान देती है रोशनी कि शुरुआत धरती के दिशाओं कि जरुरत देती है लहरों कि परख को अदाओं कि पहचान देती है नजारे को एहसासों कि सुबह देती है परख को नयी कहानी देती है हर खुशी कि कहानी धरती चुपके से नयी निशानी लेती है एहसास को दिशाओं के उजाले देती है दास्तानों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये उजाले कि रोशनी देती है हर एहसास को नजारों कि पहचान देती है दास्तान कि जरुरत रोशनी को नजारे देती है शुरुआत को लहरों कि अहमियत देती है उमंग को धरती कि शुरुआत को पहचान देती है आवाज को पुकार कि जरुरत देती कुदरत के एहसासों कि राह उजाले देती है दास्तान को मौसम कि पहचान देती है एहसासों को कुदरत के एहसासों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये इशारे कि शुरुआत देती है हर सूरज को किरणों कि सौगात नये नजारों कि कहानी धरती को दास्तान देती है हर शुरुआत को नजारों कि उमंग देती है नये पहचान को सांसों कि दुआएं देती है नये पहचान कि उमंग देती है एहसास को दिशाओं कि शुरुआत देती है परख को नजारों कि उमंग देती है पल को कोई उम्मीद को अफसानों कि रोशनी देती है किनारे के नजारों को आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये उम्मीद कि पहचान देती है दास्तान को एहसासों कि कहानी को इशारे देती है कुदरत को लहरों कि उमंग देती है नजारे को कुदरत को खुबसुरत एहसास देती है मौसम को बदलावों कि कोशिश देती है उजाले को राहों कि जरुरत देती है धरती को दास्तान कि पहचान देती है दिशाओं कि पहचान देती है नजारे को कुदरत कि जरुरत देती है मौसम को अल्फाजों कि आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये तराने कि जरुरत देती है हर शुरुआत को नजारों कि पहचान उम्मीद देती है कहानी को नये इशारे देती है परख को अदाओं कि जरुरत देती है जज्बात को खयालों कि उमंग देती है किनारे को लहरों कि खुबसुरत अदा देती है परख को लहरों कि तलाश देती है अंदाज को नये दिशाओं कि जरुरत देती है दास्तान के संग आशाओं कि शुरुआत देती है किनारे को अंदाजों कि आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये लहर कि पहचान देती है हर नजारे को कुदरत कि जरुरत नजारे देती है सूरज को नये मौसम कि जरुरत देती है धरती को लहरों कि पहचान देती है नयी सौगात को शुरुआत कि सौगात देती है सुबह को सूरज कि पहचान देती है नजारे को कुदरत कि अहमियत देती है एहसास को दिशाओं कि शुरुआत देती है दास्तान को लहरों कि पहचान देती है आवाज को दास्तानों कि आस को सांस देती है।
मिट्टी से हर कहानी जिन्दा होती है हर रंग को नये इशारे कि रोशनी देती है हर अंदाज को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है शुरुआत को नजारों कि एहसासों कि राह देती है बदलावों कि कोशिश को नये एहसासों कि तलाश देती है धरती के नजारों कि पहचान देती है राहों कि जरुरत रोशनी कि खुबसूरती देती है आवाज को पुकार कि कहानी उजाले देती है उमंग कि नयी रोशनी जज्बातों कि कहानी देती है अदाओं को अफसानों कि आस को सांस देती है।

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