Saturday 8 December 2018

कविता. २५५७. जीवन के इशारे को हर पल देती है।

                                 जीवन के इशारे को हर पल देती है।           
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को किनारों कि जरुरत देती है दास्तान को एहसासों कि राह देती है कहानी को खुशियों कि पहचान देती है किरणों कि सौगात नजारे देती है नजारे को उजालों कि जरुरत देती है कुदरत को शुरुआत कि धारा खयालों कि सरगम देती है किरणों कि रोशनी हर नजारे को हर कोने से नयी निशानी देती है दिशाओं के हर मोड को उजालों कि दुआएं देती है नजारे को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को कदमों कि रोशनी देती है किनारे को लहरों कि अहमियत देती है नजारे को किरणों कि पहचान सुबह कि उमंग देती है कुदरत के एहसासों से हर कोने कि दुनिया को उजागर कर देती है किरणों कि रोशनी को एहसासों कि सुबह देती है कुदरत के उजाले के संग हर चीज रंगों के संग चमकती रहती है खयालों के हर मौके को दास्तानों कि सौगात देती है आवाज को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को अल्फाजों कि दुआएं देती है अंदाज को अफसानों कि उमंग देती है दिशाओं को उजालों कि जरुरत देती है नजारे को किरणों कि दुनिया से भर देती है एहसास को रोशनी कि अलग दिशाएं देती है कोने मे उतरकर किरणों कि दुनिया के संग नजारे देती है नजारे को दिशाओं कि रोशनी आशाओं से भर देती है उजाले से नयी सुबह कि उमंग देती है दास्तान को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को अंदाजों कि रोशनी देती है दास्तान को लम्हों कि पहचान देती है उजाले से दिशाओं कि पहचान सरगम कि धून देती है नजारे को किरणों कि दुनिया सुबह कि शुरुआत देती है एहसास को उमंग कि पहचान उम्मीदे देती है किरण कि निशानी से कोई कहानी बनती है किरणों के बसेरे से हर गली रोशन हो उठती है एहसास को नयी समझ देती है अंदाज को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को आशाओं कि कहानी देती है किनारे को रोशनी कि नयी किताब देती है नजारे को खुबसुरत एहसास कि रोशनी देती है उजाले के संग राहों कि दुनिया को हर पल कई नजारे देती है किरणों के अंदाज को अफसानों कि सौगात देती है परख को जज्बातों कि धाराएं नयी कहानी देती है दिशाओं के कोनों तक किरणों कि उम्मीदे देती है आवाज को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को अदाओं कि पहचान देती है उजाले संग जीवन के हर कोने को उजागर कर देती है नजारे को किरणों से जुडकर रोशनी कि पहचान देती है रोशनी से हर जज्बात कि दुनिया रंगों कि परख देती है मोड को उजालों से भर देती है दास्तान को एहसासों कि रंगत हर किरण कि निशानी संग देती है नजारे को खुबसुरत करिश्मों कि दुनिया देती है जज्बात को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को राहों कि अहमियत देती है नजारे के हर दिशा को अफसानों के इशारे देकर उजाले देती है किनारे को लहरों से जुडकर इशारे को जज्बातों कि रोशनी देती है दास्तान को कदमों कि आहट इशारे देती है परख को अदाओं कि कहानी हर मोड के संग तराने देती है दिशाओं कि पहचान सुबह को एहसासों कि किरणे देती है पुकार को दिशाओं कि परख देती है किनारे को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को आवाजों कि पुकार देती है उजाले कि हर लहर को जज्बातों के अफसाने के संग तराने देती है उमंग को आवाजों से परखकर आगे चलने कि उम्मीद देती है हर कोने मे छुपी जिन्दगी उजागर कर देती है मोड को एहसासों कि राह तराने देती है दास्तान को बदलावों के इरादे देती है सुबह कि शुरुआत को नजारों कि कहानी देती है नजारे संग उजाले कि निशानी देती है दिशाओं को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को अंदाजों कि जरुरत देती है उम्मीद कि लहर हर किनारे को उजागर कर देती है एहसास कि आंधी मे सुबह कि अनोखी किरणे भर देती है रोशनी को पुकार कि आंधी देती है दुनिया को कई अफसानों कि रोशनी देती है जज्बात को दिशाओं कि जरुरत देती है कोनों से उठकर रोशनी दुनिया को उजागर कर जाती है कदमों कि आहट को एहसासों कि राह देती है दास्तानों को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।
सूरज कि रोशनी जीवन के इशारे को हर पल देती है एहसास को आशाओं कि कहानी देती है कोनों मे छुपी हर उम्मीद को रोशनी देती है उमंग को इस रोशनी के संग उजागर कर लेती है सुबह कि किरणों को रोशनी कहानियों कि पूंजी देती है छुपी हुई हर निशानी को एहसासों कि दुनिया देती है उजाले कि शुरुआत को दिशाओं कि सरगम देती है नजारे को खुबसुरत जज्बातों कि अहमियत देती है कोने कि रोशनी को एहसासों कि कहानी देती है परख को अदाओं कि रोशनी कदमों कि दिशाएं देती है किनारे को खुबसुरत एहसास कि आस देती है।

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