Wednesday 12 January 2022

कविता. ४३२०. मुस्कान संग आशाओं कि नयी।

                                                    मुस्कान संग आशाओं कि नयी।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी कहानी बनती है दिशाओं से जुडकर एहसासों कि आस सुहानी मिलती है कोशिश को परख कर अरमानों कि दास्तान सुनाई पडती है आवाजों कि नयी सरगम अंदाजों कि निशानी बनती है लम्हों को उम्मीदों कि पुकार तराने देती है अदाओं कि महफिल अरमानों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी कोशिश बनती है आवाजों से परखकर उम्मीदों कि सौगात सुहानी मिलती है दास्तानों को समझ कर अफसानों कि सौगात सुनाई पडती है जज्बातों कि नयी रोशनी दिशाओं कि धाराएं बनती है खयालों को इरादों कि सोच इशारे देती है अंदाजों कि पहचान खयालों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी राह बनती है दास्तानों से मिलकर उजालों कि लहर सुहानी मिलती है धाराओं को परख कर आवाजों कि पुकार सुनाई पडती है कदमों कि नयी निशानी अदाओं कि समझ बनती है इशारों को तरानों कि तलाश अल्फाज देती है आवाजों कि परख बदलावों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी रोशनी बनती है अंदाजों से जुडकर उमंग कि पहचान सुहानी मिलती है आवाजों को समझ कर अंदाजों कि आस सुनाई पडती है किनारों कि नयी सोच दास्तानों कि सरगम बनती है दिशाओं को उजालों कि सौगात लम्हा देती है तरानों कि राह अरमानों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी दास्तान बनती है जज्बातों से परखकर तलाश कि समझ सुहानी मिलती है अल्फाजों को परख कर बदलावों कि सोच सुनाई पडती है तरानों कि नयी आस जज्बातों कि पुकार बनती है अंदाजों को अरमानों कि राह अरमान देती है नजारों कि तलाश सपनों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी निशानी बनती है रोशनी से मिलकर दिशाओं कि अदाएं सुहानी मिलती है नजारों को समझ कर तरानों कि पहचान सुनाई पडती है कोशिश कि नयी निशानी अंदाजों कि राह बनती है खयालों को इरादों कि सोच पुकार देती है रोशनी कि सौगात आशाओं कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी लहर बनती है बदलावों से जुडकर नजारों कि सोच सुहानी मिलती है धाराओं को परख कर लम्हों कि अहमियत सुनाई पडती है उजालों कि नयी पहचान इशारों कि सोच बनती है आवाजों को एहसासों कि रोशनी सरगम देती है कदमों कि आहट अफसानों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी पुकार बनती है तरानों से परखकर उम्मीदों कि राह सुहानी मिलती है लम्हों को समझ कर अंदाजों कि रोशनी सुनाई पडती है कोशिश कि नयी आस दास्तानों कि अदाएं बनती है नजारों को खयालों कि पहचान सहारा देती है दिशाओं कि सौगात आवाजों कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी आवाज बनती है अदाओं से मिलकर इशारों कि सरगम सुहानी मिलती है राहों को परख कर लहरों कि सरगम सुनाई पडती है जज्बातों कि नयी निशानी अदाओं कि सौगात बनती है बदलावों को एहसासों कि समझ सोच देती है लम्हों कि कहानी उमंग कि सुबह बनती है।

मुस्कान संग आशाओं कि नयी पहचान बनती है आवाजों से जुडकर दास्तानों कि परख सुहानी मिलती है अंदाजों को समझ कर कदमों कि आहट सुनाई पडती है इशारों कि नयी पहचान अरमानों कि धाराएं बनती है इरादों को अल्फाजों कि राह किनारा देती है दिशाओं कि समझ अदाओं कि सुबह बनती है।

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