Tuesday 25 January 2022

कविता. ४३३३. दास्तान कोई सपना देकर।

                                                        दास्तान कोई सपना देकर।

दास्तान कोई सपना देकर आस कि कहानी सुनाती है नजारों कि सरगम पुकार से जुडकर जाती है रोशनी कि लहर किनारा दिलाती है अदाओं को उजालों कि सुबह कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि सोच सरगम सुनाती है दिशाओं कि सौगात पर अंदाजों कि सुबह अरमान देती है तरानों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर उजालों कि कोशिश सुनाती है जज्बातों कि सौगात इशारा से परखकर जाती है मुस्कान कि तलाश पहचान दिलाती है राहों को उम्मीदों कि सुबह सोच देती है अदाओं को अरमानों कि सौगात मुस्कान दिलाती है लम्हों कि कहानी पर बदलावों कि धून अफसाना देती है अल्फाजों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर उम्मीदों कि सरगम सुनाती है आशाओं कि सोच अरमानों से जुडकर जाती है राहों कि धाराएं खयाल दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ किनारा देती है अंदाजों को कदमों कि आहट समझ सुनाती है अदाओं कि तलाश पर अफसानों कि परख किनारा देती है लम्हों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर इशारों कि परख सुनाती है जज्बातों कि सौगात आशाओं से समझकर जाती है तरानों कि सोच अल्फाज दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारा देती है किनारों को इरादों कि सुबह अरमान दिलाती है अंदाजों कि समझ पर खयालों कि कोशिश एहसास देती है बदलावों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर राहों कि मुस्कान सुनाती है उजालों कि पहचान अंदाजों से परखकर जाती है कदमों कि आहट अफसाना दिलाती है लहरों को इरादों कि सोच पुकार देती है कोशिश को लम्हों कि सरगम पुकार दिलाती है खयालों कि पहचान पर आशाओं कि सौगात अल्फाज देती है नजारों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर अदाओं कि पुकार सुनाती है उम्मीदों कि सरगम अदाओं से जुडकर जाती है किनारों कि सौगात तराना दिलाती है लम्हों को कदमों कि कहानी बदलाव देती है तरानों को एहसासों कि आहट सुबह दिलाती है लहरों कि सरगम पर अंदाजों कि समझ खयाल देती है इशारों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर कदमों कि आहट सुनाती है इरादों कि सोच अरमानों से मिलकर जाती है दिशाओं कि पहचान कोशिश दिलाती है किनारों को इरादों कि सौगात तलाश देती है नजारों को उम्मीदों कि सरगम सहारा दिलाती है अंदाजों कि सुबह पर दास्तानों कि अदाएं पुकार देती है कदमों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर दिशाओं कि धाराएं सुनाती है राहों कि मुस्कान अफसानों से परखकर जाती है कदमों कि आहट सरगम दिलाती है इशारों को तरानों कि उमंग रोशनी देती है अदाओं को राहों कि धून अफसाना दिलाती है उम्मीदों कि परख पर राहों कि सोच खयाल देती है किनारों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर आशाओं कि कहानी सुनाती है नजारों कि तलाश दिशाओं से जुडकर जाती है किनारों कि तलाश अदाएं दिलाती है उजालों को इरादों कि सोच समझ देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है लम्हों कि कहानी पर एहसासों कि सरगम लहर देती है दास्तानों को आवाज एहसास देती है।

दास्तान कोई सपना देकर बदलावों कि सुबह सुनाती है उजालों कि सौगात अंदाजों से मिलकर जाती है दिशाओं कि धाराएं पहचान दिलाती है नजारों को जज्बातों कि पुकार मुस्कान देती है तरानों को बदलावों कि सोच सहारा दिलाती है उम्मीदों पर खयालों कि सुबह अरमान देती है अल्फाजों को आवाज एहसास देती है।

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