Sunday 9 January 2022

कविता. ४३१७. रोशनी कि सौगात संग।

                                                         रोशनी कि सौगात संग।

रोशनी कि सौगात संग अरमानों कि तलाश सपना देती है किनारों को इरादों कि सोच कोशिश देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है दिशाओं संग आवाजों कि धून अफसाना देती है नजारों कि सोच से तरानों कि सुबह सरगम देती है अदाओं को उजालों कि पहचान परख देती है अंदाजों कि सरगम सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग बदलावों कि लहर अफसाना देती है खयालों को उम्मीदों कि परख किनारा देती है दास्तानों को जज्बातों कि मुस्कान सोच देती है लम्हों संग कदमों कि पहचान आस देती है दिशाओं कि तलाश से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों को अदाओं कि राह आवाज देती है कदमों कि पुकार सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग नजारों कि सोच इशारा देती है कदमों को अफसानों कि सुबह तलाश देती है दिशाओं को उजालों कि सरगम पुकार देती है किनारों संग अंदाजों कि समझ नजारा देती है बदलावों कि समझ से इशारों कि परख बदलाव देती है आशाओं को उम्मीदों कि सौगात तराना देती है जज्बातों कि सुबह सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग लम्हों कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि सरगम पुकार देती है अदाओं को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है नजारों संग अल्फाजों कि सोच इशारा देती है किनारों कि राह से अंदाजों कि सरगम आस देती है उमंग को अदाओं कि आस बदलाव देती है लहरों कि सोच सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग नजारों कि आस अरमान देती है दिशाओं को इशारों कि मुस्कान लहर देती है किनारों को इरादों कि समझ अहमियत देती है जज्बातों संग दास्तानों कि आवाज परख देती है अदाओं कि कहानी से बदलावों कि सोच मुस्कान देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है कोशिश कि आस सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग अंदाजों कि समझ आस देती है तरानों को अरमानों कि सुबह सपना देती है अदाओं को नजारों कि मुस्कान तराना देती है इशारों संग उम्मीदों कि सोच अहमियत देती है दिशाओं कि धाराओं से उमंग कि सोच पहचान देती है कदमों को इशारों कि सौगात तलाश देती है इशारों कि परख सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग जज्बातों कि पुकार सुबह देती है नजारों को अफसानों कि समझ लम्हा देती है कोशिश को उजालों कि सोच सरगम देती है दास्तानों संग खयालों कि सुबह परख देती है जज्बातों कि अदाओं से कदमों कि आहट अफसाना देती है लहरों को उजालों कि सोच समझ देती है लम्हों कि समझ सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग लहरों कि सरगम परख देती है किनारों को इरादों कि सोच खयाल देती है जज्बातों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है दिशाओं संग आवाजों कि धून एहसास देती है कदमों कि कहानी से खयालों कि समझ किनारा देती है बदलावों को इरादों कि परख आस देती है नजारों कि तलाश सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग दास्तानों कि सोच कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं आस देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश मुस्कान देती है कदमों संग अदाओं कि कोशिश लम्हा देती है नजारों कि पुकार से अंदाजों कि आस खयाल देती है दास्तानों को एहसासों कि सरगम राह देती है उजालों कि सरगम सहारा देती है।

रोशनी कि सौगात संग अफसानों कि राह इशारा देती है कदमों को अरमानों कि लहर किनारा देती है कोशिश को लम्हों कि सरगम पुकार देती है आशाओं संग तरानों कि आस पहचान देती है लहरों कि आस से इरादों कि सोच किनारा देती है तरानों को अफसानों कि पुकार आवाज देती है खयालों कि सुबह सहारा देती है।

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