Tuesday 18 January 2022

कविता. ४३२६. जज्बात कि सुबह अक्सर।

                                                            जज्बात कि सुबह अक्सर।

जज्बात कि सुबह अक्सर अरमान जगाती है सपनों कि पहचान उमंग सुनाती है नजारों को एहसासों कि सौगात सहारा देती है कदमों का इरादा देकर इशारा देती है लम्हों को अक्सर सपनों कि सरगम तराना देती है किनारों को कोशिश कि लहर आस दिलाती है अदाओं कि सरगम हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर अफसाना जगाती है आशाओं कि कहानी कोशिश सुनाती है रोशनी को दिशाओं कि धाराएं सरगम देती है खयालों का उजाला देकर एहसास देती है तरानों को अक्सर बदलावों कि धाराएं बदलाव देती है अल्फाजों को इशारों कि सोच मुस्कान दिलाती है लहरों कि कहानी हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर बदलाव जगाती है अंदाजों कि समझ अहमियत सुनाती है इशारों को दास्तानों कि सोच पहचान देती है लम्हों का तराना देकर उजाला देती है अल्फाजों को अक्सर नजारों कि सोच परख देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश इशारा दिलाती है नजारों कि सौगात हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर लहर जगाती है दिशाओं कि धाराएं पहचान सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून तराना देती है किनारों का सहारा देकर उमंग देती है आशाओं को अक्सर अंदाजों कि समझ रोशनी देती है उजालों को दिशाओं कि कहानी खयाल दिलाती है लम्हों कि सरगम हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर कोशिश जगाती है तरानों कि कहानी पुकार सुनाती है इरादों को अल्फाजों कि समझ सौगात देती है आशाओं का इरादा देकर रोशनी देती है किनारों को अक्सर बदलावों कि राह दास्तान देती है कदमों को एहसासों कि सोच अरमान दिलाती है दिशाओं कि धाराएं एक बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर अंदाज जगाती है नजारों कि आहट अफसाना सुनाती है उमंग को दास्तानों कि रोशनी किनारा देती है लहरों का तराना देकर पहचान देती है खयालों को अक्सर उम्मीदों कि परख बदलाव देती है उम्मीदों को आशाओं कि आस सहारा दिलाती है दास्तानों कि सुबह एक बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर जज्बात जगाती है आशाओं कि कोशिश आवाज सुनाती है नजारों को एहसासों कि समझ खयाल देती है कदमों का इशारा देकर सौगात देती है लम्हों को अक्सर बदलावों कि धाराएं पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ परख दिलाती है तरानों कि कहानी हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर आस जगाती है अदाओं कि पुकार इशारा सुनाती है अफसानों को तरानों कि पहचान कोशिश देती है राहों का एहसास देकर अल्फाज देती है कदमों को अक्सर उम्मीदों कि सरगम सौगात देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच खयाल दिलाती है सपनों कि अहमियत हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर रोशनी जगाती है दास्तानों कि सोच अरमान सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है अंदाजों का इरादा देकर मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि सोच समझ देती है अल्फाजों को इरादों कि पहचान सहारा दिलाती है लम्हों कि पहचान हर बार तलाश दिलाती है।

जज्बात कि सुबह अक्सर नजारा जगाती है जज्बातों कि पुकार एहसास सुनाती है उमंग को अल्फाजों कि सौगात रोशनी देती है कदमों का सहारा देकर उम्मीद देती है खयालों को आवाजों कि धून एहसास देती है किनारों को अफसानों कि परख बदलाव दिलाती है लहरों कि परख हर बार तलाश दिलाती है।

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कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

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