Sunday 2 January 2022

कविता. ४३१०. दास्तानों कि सरगम अक्सर।

                                                        दास्तानों कि सरगम अक्सर।

दास्तानों कि सरगम अक्सर सपनों का इशारा देती है कदमों कि सुबह आशाओं से जुडकर रोशनी दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सरगम सुनाती है तरानों को बदलावों कि लहर किनारा दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात पुकार देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश आस देती है खयालों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर आशाओं का इरादा देती है नजारों कि तलाश मुस्कान से मिलकर परख दिलाती है लहरों को अफसानों कि पुकार रोशनी सुनाती है जज्बातों को इशारों कि सोच अरमान दिलाती है राहों को उम्मीदों कि सौगात परख देती है कदमों को इरादों कि सोच अल्फाज देती है कोशिश से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर आवाजों का नजारा देती है किनारों कि आस अंदाजों से जुडकर बदलाव दिलाती है खयालों को इरादों कि सोच तराना सुनाती है इरादों को एहसासों कि सुबह परख दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख आस देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश सपना देती है इरादों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर जज्बातों का सहारा देती है लहरों कि सरगम अदाओं से मिलकर पुकार दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा सुनाती है उजालों को दिशाओं कि तलाश रोशनी दिलाती है बदलावों को कदमों कि आहट अफसाना देती है किनारों को अंदाजों कि समझ नजारा देती है उजालों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर लहरों का तराना देती है जज्बातों कि पुकार कोशिश से जुडकर लहर दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ सुबह सुनाती है उमंग को अल्फाजों कि सरगम आस दिलाती है किनारों को इरादों कि पहचान सहारा देती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह आस देती है तरानों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर अंदाजों का इरादा देती है लम्हों कि सोच आवाजों से मिलकर पुकार दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना सुनाती है राहों को मुस्कान कि पहचान सौगात दिलाती है खयालों को अरमानों कि पुकार रोशनी देती है बदलावों को आशाओं कि कहानी तलाश देती है किनारों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर राहों का एहसास देती है कदमों कि आहट अफसानों से जुडकर रोशनी दिलाती है लहरों को उजालों कि सौगात कोशिश सुनाती है नजारों को इशारों कि समझ राह दिलाती है आशाओं को तरानों कि रोशनी किनारा देती है कदमों को इरादों कि पहचान सहारा देती है नजारों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर आवाजों का इशारा देती है सपनों कि सरगम राह से मिलकर आस दिलाती है आशाओं को उम्मीदों कि परख सौगात सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सुबह आस देती है उमंग को किनारों कि आस पुकार देती है राहों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर मुस्कान का सहारा देती है नजारों कि तलाश अरमानों से जुडकर लहर दिलाती है इशारों को तरानों कि राह अरमान सुनाती है उजालों को खयालों कि राह आवाज दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख किनारा देती है एहसासों को इरादों कि सोच सहारा देती है कदमों से दिशाओं कि धाराएं देती है।

दास्तानों कि सरगम अक्सर अंदाजों का तराना देती है अदाओं कि कहानी अफसानों से मिलकर परख दिलाती है आवाजों को एहसासों कि समझ सोच सुनाती है जज्बातों को इरादों कि सौगात इशारा दिलाती है एहसासों को खयालों कि पुकार कोशिश देती है अरमानों को अदाओं कि तलाश आस देती है किनारों से दिशाओं कि धाराएं देती है।



No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...