Friday 28 January 2022

कविता. ४३३६. जब कोई आहट सुनाई देती है।

                                                  जब कोई आहट सुनाई देती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है नजारों को अक्सर उस ओर खिची जाती है कदमों को इशारों कि सोच तराना सुनाती है दास्तानों कि अदाएं पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि सोच लहर दिलाती है किनारों को इरादों कि आस परख दिलाती है दिशाओं से आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है लम्हों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है उमंग को अक्सर उस ओर खिची जाती है किनारों को आशाओं कि सौगात तलाश सुनाती है नजारों कि सुबह आस देती है इशारों को खयालों कि राह पहचान दिलाती है नजारों को एहसासों कि समझ पुकार दिलाती है अंदाजों से कदमों कि आहट लहर दिलाती है बदलावों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है जज्बातों को अक्सर उस ओर खिची जाती है रोशनी को दास्तानों कि आस कोशिश सुनाती है अंदाजों कि सरगम मुस्कान देती है लम्हों को एहसासों कि सौगात आवाज दिलाती है राहों को उम्मीदों कि सोच आवाज दिलाती है खयालों से लम्हों कि सुबह नजारा दिलाती है तरानों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है तलाश को अक्सर उस ओर खिची जाती है तरानों को बदलावों कि राह अरमान सुनाती है आवाजों कि सोच पहचान देती है कोशिश को उजालों कि राह जज्बात दिलाती है लहरों को अफसानों कि लम्हा दिलाती है आशाओं से अदाओं कि उमंग रोशनी दिलाती है नजारों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है मुस्कान को अक्सर उस ओर खिची जाती है राहों को अंदाजों कि समझ सुनाती है कदमों कि सौगात खयाल देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ मुस्कान दिलाती है किनारों को जज्बातों कि सोच तराना दिलाती है आवाजों से कदमों कि आहट इशारा दिलाती है राहों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है कोशिश को अक्सर उस ओर खिची जाती है लम्हों को उम्मीदों कि सरगम सुनाती है दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है नजारों को कोशिश कि आस पुकार दिलाती है आशाओं को रोशनी कि लहर नजारा दिलाती है अंदाजों से इशारों कि सोच खयाल दिलाती है दिशाओं का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है दास्तानों को अक्सर उस ओर खिची जाती है सपनों को आशाओं कि कहानी सुनाती है इशारों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को इरादों कि समझ खयाल दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि राह जज्बात दिलाती है आशाओं से अदाओं कि सौगात नजारा दिलाती है लम्हों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है एहसासों को अक्सर उस ओर खिची जाती है बदलावों को कदमों कि पहचान सुनाती है उम्मीदों कि सरगम परख देती है आशाओं को अंदाजों कि पुकार रोशनी दिलाती है लम्हों को एहसासों कि समझ बदलाव दिलाती है किनारों से कोशिश कि आस पहचान दिलाती है लहरों का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है इरादों को अक्सर उस ओर खिची जाती है उजालों को खयालों कि सुबह सुनाती है बदलावों कि धाराएं पहचान देती है किनारों को खयालों कि सौगात तलाश दिलाती है नजारों को आवाजों कि धून अल्फाज दिलाती है लम्हों से सपनों कि सोच पुकार दिलाती है आशाओं का अरमान बनती है।

जब कोई आहट सुनाई देती है आवाज को अक्सर उस ओर खिची जाती है उम्मीदों को दास्तानों कि सोच सुनाती है आशाओं कि कहानी तलाश देती है एहसासों को लम्हों कि समझ आस दिलाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार दिलाती है अदाओं से इशारों कि सौगात इशारा दिलाती है उमंग का अरमान बनती है।






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