Monday 24 January 2022

कविता. ४३३२. नजारों को सपनों कि समझ।

                                                ‌        नजारों को सपनों कि समझ।

नजारों को सपनों कि समझ राह देती है दास्तानों कि पहचान इशारा दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि आहट तलाश सुनाती है उजालों से मिलकर आशाओं कि कहानी सुबह दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख खयाल दिलाती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सपना सुनाती है तरानों को बदलावों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ इशारा देती है आशाओं कि कोशिश अरमान दिलाती है अदाओं को अल्फाजों कि सौगात उमंग सुनाती है इरादों से जुडकर अंदाजों कि समझ आस दिलाती है कदमों को अंदाजों कि सोच मुस्कान दिलाती है किनारों को खयालों कि कोशिश पहचान सुनाती है उजालों को दिशाओं कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ अरमान देती है अदाओं कि तलाश तराना दिलाती है कदमों को इशारों कि सुबह अफसाना सुनाती है एहसासों से परखकर उमंग कि परख लहर दिलाती है राहों को उम्मीदों कि पुकार रोशनी दिलाती है अदाओं को अल्फाजों कि समझ सोच सुनाती है इशारों को किनारों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ आवाज देती है दिशाओं कि सौगात अरमान दिलाती है राहों को रोशनी कि सोच अदाएं सुनाती है बदलावों से जुडकर तरानों कि सौगात किनारा दिलाती है लम्हों को कोशिश कि सरगम पुकार दिलाती है आशाओं को इशारों कि सुबह राह सुनाती है अदाओं को आवाजों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ लहर देती है कदमों कि आहट अफसाना दिलाती है आवाजों को अदाओं कि कहानी सरगम सुनाती है उम्मीदों से मिलकर अदाओं कि राह पहचान दिलाती है किनारों को इरादों कि सोच सुबह दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि सौगात इशारा सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ रोशनी देती है किनारों कि तलाश एहसास दिलाती है लहरों को अफसानों कि सौगात सुबह सुनाती है खयालों से परखकर आवाजों कि धून सोच दिलाती है आशाओं को इशारों कि सौगात पुकार दिलाती है आवाजों को उजालों कि सुबह सपना सुनाती है अदाओं को दास्तानों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ तराना‌ देती है लहरों कि सरगम अरमान दिलाती है राहों को मुस्कान कि पहचान इरादा सुनाती है अंदाजों से जुडकर अदाओं कि तलाश अहमियत दिलाती है कदमों को उम्मीदों कि सोच अफसाना दिलाती है अदाओं को इशारों कि पुकार कोशिश सुनाती है उजालों को खयालों कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ सौगात देती है कोशिश कि सोच अल्फाज दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश किनारा सुनाती है जज्बातों से समझकर आवाजों कि धून सोच दिलाती है तरानों कि कोशिश लहर दिलाती है कदमों को इरादों कि सोच एहसास सुनाती है इरादों को अदाओं कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ रोशनी देती है अदाओं कि कोशिश कहानी दिलाती है लम्हों को सौगत कि पुकार राह सुनाती है लहरों से मिलकर अंदाजों कि पहचान बदलाव दिलाती है कदमों कि तलाश अरमान दिलाती है किनारों को अफसानों कि परख जज्बात सुनाती है उम्मीदों को रोशनी कि आस देकर जाती है।

नजारों को सपनों कि समझ अल्फाज देती है तरानों कि तलाश अरमान दिलाती है दास्तानों को उमंग कि कहानी पहचान सुनाती है रोशनी से जुडकर अदाओं कि सरगम पुकार दिलाती है राहों कि मुस्कान पुकार दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सरगम खयाल सुनाती है जज्बातों को किनारों कि आस देकर जाती है।


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