Friday 14 January 2022

कविता. ४३२२. किनारों को जज्बातों कि पुकार।

                                                       किनारों को जज्बातों कि पुकार।

किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है दास्तानों को सुबह अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है कदमों से मिलकर आशाओं कि कहानी कोशिश देती है परख कि सरगम संग अंदाजों कि महफिल एहसास सुनाती है जज्बातों को खयालों कि सौगात इशारा देती है उमंग को अरमानों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार सपना देती है कदमों को सोच अक्सर दिशाओं कि धाराएं दिलाती है लम्हों से जुडकर रोशनी कि सौगात तलाश देती है दिशाओं कि सोच संग अल्फाजों कि समझ अल्फाज सुनाती है नजारों को उमंग कि पहचान मुस्कान देती है लहरों को अफसानों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार अरमान देती है लम्हों को रोशनी अक्सर अदाओं कि तलाश दिलाती है कोशिश से परखकर राहों कि धाराएं बदलाव देती है लहरों कि सौगात संग नजारों कि सोच पहचान सुनाती है इरादों को अदाओं कि कहानी पुकार देती है आशाओं को बदलावों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार खयाल देती है लहरों को उमंग अक्सर आशाओं कि कहानी दिलाती है सपनों से समझकर उम्मीदों कि परख अरमान देती है कदमों कि आहट संग अदाओं कि राह खयाल सुनाती है अंदाजों को राहों कि मुस्कान तराना देती है अरमानों को एहसासों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है दिशाओं को सौगात अक्सर उम्मीदों कि परख दिलाती है लहरों से सुनकर दास्तानों कि सोच समझ देती है अंदाजों कि आस संग दिशाओं कि पहचान सरगम सुनाती है तरानों को सपनों कि सरगम परख देती है राहों को मुस्कान का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार अल्फाज देती है तरानों को पहचान अक्सर उमंग कि रोशनी दिलाती है कदमों से जुडकर अदाओं कि राह अरमान देती है दिशाओं कि धाराएं संग सौगात कि तलाश आस सुनाती है उमंग को अरमानों कि बदलाव पुकार देती है आशाओं को इरादों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार लहर देती है लम्हों को अहमियत अक्सर दास्तानों कि सोच दिलाती है अरमानों से मिलकर आशाओं कि पहचान परख देती है खयालों कि आस संग आवाजों कि धून आस सुनाती है नजारों को इशारों कि सुबह सपना देती है उम्मीदों से लहरों को बदलावों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार सौगात देती है आशाओं को परख अक्सर कोशिश कि तलाश दिलाती है अदाओं से सुनकर एहसासों कि समझ राह देती है लहरों कि सोच संग अल्फाजों कि समझ आवाज सुनाती है जज्बातों को तरानों कि सोच सहारा देती है लम्हों से अफसानों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार आवाज देती है इशारों को सोच अक्सर दिशाओं कि सौगात दिलाती है लहरों से परखकर उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है कदमों कि आहट संग अरमानों कि तलाश सपना सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून परख देती है अदाओं से दास्तानों का उजाला देती है।

किनारों को जज्बातों कि पुकार पहचान देती है कदमों को समझ अक्सर अरमानों कि राह दिलाती है अंदाजों से जुडकर दास्तानों कि सुबह खयाल देती है कोशिश कि परख संग तरानों कि सौगात अरमान सुनाती है नजारों को जज्बातों कि सरगम सोच देती है किनारों से आशाओं का उजाला देती है।

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