Thursday 27 January 2022

कविता. ४३३५. तरानों को अक्सर उम्मीदों कि।

                                                      तरानों को अक्सर उम्मीदों कि।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि सुबह एहसास सुनाती है सपनों से जुडकर आशाओं कि सरगम पहचान दिलाती है जज्बातों को मुस्कान कि दिशाओं संग आवाजों कि सोच सुनाती है उजालों से मिलकर आस के खयाल देकर चलती है कदमों कि आहट से अरमानों कि पुकार किनारा देती है बदलावों से इशारों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि कोशिश सौगात सुनाती है नजारों से मिलकर परख कि मुस्कान अहमियत दिलाती है लहरों को अफसानों कि समझ संग आशाओं कि कहानी सुनाती है कदमों से जुडकर रोशनी के एहसास देकर चलती है खयालों कि सुबह से आवाजों कि धून सहारा देती है किनारों से आवाजों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि सरगम पुकार सुनाती है आवाजों से समझकर आस कि बदलाव कोशिश दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सौगात संग जज्बातों कि बदलाव सुनाती है किनारों से परखकर उमंग के इशारे देकर चलती है बदलावों कि धाराएं से आशाओं कि पुकार रोशनी देती है कदमों से लहरों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि लहर अफसाना सुनाती है अंदाजों से परखकर अदाओं कि राह सरगम दिलाती है दास्तानों को सपनों कि कहानी संग अफसानों कि सौगात सुनाती है इरादों से मिलकर पुकार के एहसास देकर चलती है आशाओं कि कोशिश से लहरों कि सरगम सुबह देती है किनारों से खयालों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि तलाश अरमान सुनाती है खयालों से जुडकर अंदाजों कि समझ अदाएं दिलाती है कदमों को इशारों कि मुस्कान संग दास्तानों कि सोच सुनाती है जज्बातों से जुडकर आस के इरादे देकर चलती है आवाजों कि धून से अल्फाजों कि सौगात पहचान देती है लहरों से अफसानों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि परख बदलाव सुनाती है उजालों से मिलकर राहों कि सरगम आवाज दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ संग अरमानों कि दास्तान सुनाती है रोशनी से समझकर कोशिश के बदलाव देकर चलती है अदाओं कि कहानी से दिशाओं कि धाराएं आस देती है इशारों से अंदाजों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि सुबह सपना सुनाती है नजारों से समझकर खयालों कि सौगात कोशिश दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि सोच संग राहों कि मुस्कान सुनाती है उजालों से मिलकर पुकार के तराने देकर चलती है रोशनी कि लहर से अल्फाजों से लम्हों कि समझ अरमान देती है नजारों से बदलावों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि कहानी अफसाना सुनाती है अदाओं से परखकर उजालों कि सोच अल्फाज दिलाती है लहरों को अफसानों कि मुस्कान संग दास्तानों कि सौगात सुनाती है तरानों से परखकर उमंग के नजारे देकर चलती है जज्बातों कि सौगात से आशाओं कि धून एहसास देती है अंदाजों से लम्हों कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि सरगम पुकार सुनाती है जज्बातों से मिलकर बदलावों कि कहानी कोशिश दिलाती है अरमानों को एहसासों कि सौगात संग नजारों कि उमंग सुनाती है खयालों से जुडकर राहों के एहसास देकर चलती है बदलावों कि धाराओं से नजारों कि कहानी पहचान देती है किनारों से आशाओं कि सोच सुनाती है।

तरानों को अक्सर उम्मीदों कि राह आवाज सुनाती है खयालों से जुडकर इशारों कि सौगात तलाश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी संग अल्फाजों कि समझ सुनाती है इरादों से मिलकर एहसासों के सपने देकर चलती है कदमों कि आहट से अफसानों कि सोच अहमियत देती है लहरों से दास्तानों कि सोच सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...