Sunday 23 January 2022

कविता. ४३३१. राहों को जज्बातों कि सरगम।

                                                       राहों को जज्बातों कि सरगम।

राहों को जज्बातों कि सरगम उजाला देती है तरानों को बदलावों कि सुबह मुस्कान दिलाती है एहसासों को इरादों कि सोच तलाश देकर जाती है कदमों को अफसानों कि परख किनारा दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख पहचान दिलाती है अल्फाजों कि समझ संग इशारों कि परख बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि सौगात किनारा दिलाती है उजालों को दिशाओं कि रोशनी इशारा देकर जाती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सहारा दिलाती है कदमों को इरादों कि सुबह मुस्कान दिलाती है दास्तानों कि कोशिश संग अल्फाजों कि समझ बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम उमंग देती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश दिलाती है लम्हों को अरमानों कि कहानी पुकार देकर जाती है खयालों को नजारों कि तलाश पहचान दिलाती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ सौगात दिलाती है तरानों कि सौगात संग नजारों कि तलाश बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम मुस्कान देती है दास्तानों को खयालों कि सोच परख दिलाती है दिशाओं को इशारों कि पहचान सुबह देकर जाती है आशाओं को आवाजों कि धून सपना दिलाती है अंदाजों को आवाजों कि धून एहसास दिलाती है लम्हों कि सरगम संग जज्बातों कि पुकार बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम रोशनी देती है उजालों को नजारों कि तलाश किनारा दिलाती है लहरों को अफसानों कि सुबह अरमान देकर जाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात पुकार दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच पुकार दिलाती है अल्फाजों कि पुकार संग अदाओं कि पहचान बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम तलाश देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सौगात दिलाती है दास्तानों को खयालों कि समझ कोशिश देकर जाती है अदाओं को किनारों कि आस पहचान दिलाती है लहरों को अफसानों कि आस उजाला दिलाती है इशारों कि सोच संग अंदाजों कि रोशनी बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम सपना देती है एहसासों को इरादों कि समझ अरमान दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख पहचान देकर जाती है तरानों को आवाजों कि सोच अहमियत दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश उमंग दिलाती है आशाओं कि कहानी संग अफसानों कि पुकार बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम परख देती है अदाओं को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है रोशनी को लहरों कि तलाश सपना देकर जाती है खयालों को इरादों कि समझ अल्फाज दिलाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है अंदाजों कि समझ संग किनारों कि सोच बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम किनारा देती है नजारों को अदाओं कि सौगात मुस्कान दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देकर जाती है इशारों को अल्फाजों कि सोच आवाज दिलाती है लम्हों को एहसासों कि परख दास्तान दिलाती है लहरों कि पुकार संग अंदाजों कि आस बदलाव सुनाती है।

राहों को जज्बातों कि सरगम आवाज देती है इशारों को खयालों कि सुबह पहचान दिलाती है कदमों को इरादों कि सोच सौगात देकर जाती है जज्बातों को आवाजों कि धून एहसास दिलाती है लहरों को दास्तानों कि अदाएं परख दिलाती है किनारों कि आस संग दिशाओं कि सुबह बदलाव सुनाती है।


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